Ramayan Story: क्या आपको पता है कि लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की पत्नियां किसका अवतार थीं, पढ़ें रामायण काल की विशेष बातें
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Ramayan Story: क्या आपको पता है कि लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की पत्नियां किसका अवतार थीं, पढ़ें रामायण काल की विशेष बातें

Ramayan Story: भगवान राम के साथ उनके साथ उनके तीन भाई और उन सभी की पत्नियां भी अयोध्या पहुंची थी. तो क्या आपको पता है कि भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की पत्नियां किस देवी की अवतार थीं. तो चलिए हम आपको बताते हैं.

Ramayan Story: क्या आपको पता है कि लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की पत्नियां किसका अवतार थीं, पढ़ें रामायण काल की विशेष बातें

Ramayan Story: रामायण काल में अयोध्या में पहुंचा हर व्यक्ति किसी न किसी का अवतार था. सभी भगवान प्रभु राम को सहयोग देने और उनकी लीला को देखने के लिए अपने मूल रूप से अलग रूप धारण कर अयोध्या पहुंचे थे. भगवान राम के साथ उनके साथ उनके तीन भाई और उन सभी की पत्नियां भी अयोध्या पहुंची थी. तो क्या आपको पता है कि भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न की पत्नियां किस देवी की अवतार थीं. तो चलिए हम आपको बताते हैं.

विष्णु के अवतार थे राम

भगवान राम खुद विष्णु के अवतार हैं. वहीं लक्ष्मण को शेषनाग का अवतार कहा जाता है. अगर बात करें त्याग और मर्यादा की उतम श्रेणी में वाले महापुरुष भरत की तो वह विष्णु के सुदर्शन चक्र के अंश थे. वहीं शत्रुघ्न भगवान विष्णु के शंख के अवतार थे. लेकिन क्या आपको पता है कि इनकी पत्नियां किस देवी की अवतार थी? 

श्रुतकीर्ति किसकी अवतार

तो सबसे पहले बात करते हैं शत्रुघ्न की पत्नी श्रुतकीर्ति की. श्रुतकीर्ति के पिता का नाम कुशध्वज था. कुशध्वज राजा जनक के भाई थे. वहीं श्रुतकीर्ति को माता लक्ष्मी का अवतार माना जाता है. माता लक्ष्मी श्रुतकीर्ति के रुप में इसलिए पृथ्वी पर आई थी कि वह ऐसा करके शत्रुघ्न की धार्मिक और पारिवारिक जिम्मेदारियों में सहायता करेंगी.

उर्मीला के बारे में यहां जानें

अब बात करते हैं लक्ष्मण की पत्नी उर्मिला के बारे में. उर्मिला को भी देवी लक्ष्मी का अंश कहा जाता है. त्याग और सहनशीलता के प्रतीक उर्मिला 14 साल तक अपने पति से दूर रही. पौराणिक कथाओं के मुताबिक कहा जाता है कि उर्मिला ने ही लक्ष्मण को प्रभु राम की सेवा के लिए कहा था.

भरत की पत्नी के बारे में यहा जानें

इसके अलावा भरत की पत्नी मांडवी को भी देवी लक्ष्मी का अंश कहा जाता है. मांडवी को "धैर्य और संतुलन" के रूप में देखा जाता है. भरत के कठिन जीवन में जो भी धैर्य और शक्ति का संचार हुआ उसका मुख्य स्रोत मांडवी को ही कहा जाता है. कहा जाता है कि मांडवी ने भरत के हर कदम पर साथ दिया.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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