मनसुख हिरेन केस: सचिन वझे की निशानदेही पर नदी से मिले CPU, लैपटॉप और 2 नंबर प्‍लेट
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मनसुख हिरेन केस: सचिन वझे की निशानदेही पर नदी से मिले CPU, लैपटॉप और 2 नंबर प्‍लेट

एंटीलिया-सचिन वझे केस (Antilia-Sachin Vaze Case) की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. इस मामले में एजेंसी को वझे के खिलाफ कई नए सबूत हाथ लगे हैं. 

मनसुख हिरेन केस: सचिन वझे की निशानदेही पर नदी से मिले CPU, लैपटॉप और 2 नंबर प्‍लेट

मुंबई: एंटीलिया-सचिन वझे केस (Antilia-Sachin Vaze Case) की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को मामले में लगातार नए सुराग मिल रहे हैं. NIA की टीम रविवार को सचिन वझे को साथ लेकर मुंबई की मीठी नदी के किनारे पर पहुंची. वहां पर गोताखोरों के जरिए NIA को MH20 FP1539 नंबर की दो नंबर प्लेट मीठी नदी के अंदर से बरामद हुई. 

  1. मेटल डिटेक्टर से ढूंढे गए इक्विपमेंट
  2. सचिन वझे ने उंगली दिखाकर तस्दीक की
  3. ज़ी न्यूज़ को मिली अहम CCTV फुटेज

मेटल डिटेक्टर से ढूंढे गए इक्विपमेंट

जानकारी के मुताबिक NIA की टीम सचिन वझे (Sachin Vaze) को शाम करीब 3.15 बजे अपनी कस्टडी में लेकर मीठी नदी पर पहुंची. मुंबई पुलिस की टीम भी सहयोग के लिए एजेंसी के साथ थी. NIA ने पहले अपने 11 गोताखोरों को नदी में उतारा. उसके बाद मेटल डिटेक्टर को रस्सी में बांधकर नीचे गोताखोरों के पास फेंका. उस मेटल डिटेक्टर के जरिए मीठी नदी से 2 CPU, एक लैपटॉप, एक जैसे नंबर वाली 2 नंबर प्लेट्स, 2 प्रिंटर, दो DVR और कुछ दूसरे उपकरण निकाले गए. शाम 5 बजे ये ऑपरेशन खत्म हो गया.

सचिन वझे ने उंगली दिखाकर तस्दीक की

सूत्रों के मुताबिक NIA की पूछताछ में सचिन वझे (Sachin Vaze) ने बताया था कि उसने तमाम हार्ड डिस्क, DVR और CCTV जैसे सबूतों को नष्ट करने के लिए मीठी नदी में फेंके थे. इसके बाद NIA की टीम ने सचिन वझे को मीठी नदी पर ले जाने का फैसला किया. मीठी नदी पहुंचे सचिन वझे (Sachin Vaze) ने बाकायदा उंगली दिखाकर उस जगह की तस्दीक भी की, जहां उसने सबूत फेंके थे. इसके बाद NIA ने अपने गोताखोरों की टीम को मीठी नदी में उतारा. अब NIA मीठी नदी से मिले सभी सबूतों की जांच करेगी. 

ज़ी न्यूज़ को मिली अहम CCTV फुटेज

उधर ज़ी न्यूज़ की पड़ताल में मामले से जुड़ा अहम CCTV फुटेज हाथ लगा है. यह फुटेज विक्रोली इलाके में मौजूद बंटी रेडियम की दुकान का है. ये वही दुकान है, जहां पर स्कोर्पियो कार से लेकर इनोवा कार तक की फेक नंबर प्लेट्स बनाई गई थी. ज़ी न्यूज़ को मिली CCTV फुटेज में क्राइम ब्रांच का एपीआई रियाजुद्दीन काज़ी (Riyazuddin) दिखाई दे रहा है. NIA ने कोर्ट में कहा था कि रियाज़ इस मामले में अप्रूवर बनने के लिए तैयार हो गया है. 

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रियाजुद्दीन सरकारी गवाह बनने को तैयार

रियाज़ पर आरोप है कि उसने स्कोर्पियो कार मामले से जुड़े तमाम सबूतों को पहले इकट्ठा किया और फिर उन्हें नष्ट कर दिया. जब महाराष्ट्र ATS की जांच चल रही थी. उसी दौरान रियाजुद्दीन विक्रोली इलाके की नंबर प्लेट बनाने वाली एक दुकान बंटी रेडियम पर गया और वहां से DVR, कंप्यूटर लेकर चला गया. इस दुकान का मालिक तुषार सावंत है. CCTV में रियाजुद्दीन, तुषार को अपने साथ ले जाते हुए दिखाई दे रहा है. जब ज़ी न्यूज़ की टीम इस दुकान पर पहुंची तो ये दुकान बंद मिली. 

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