Arvind Kejriwal: केजरीवाल को जेल AAP के लिए कितना हानिकारक, जानें जब भी कोई सीएम जेल गया तो पार्टी का क्या हश्र हुआ?
Advertisement
trendingNow12171685

Arvind Kejriwal: केजरीवाल को जेल AAP के लिए कितना हानिकारक, जानें जब भी कोई सीएम जेल गया तो पार्टी का क्या हश्र हुआ?

Arvind Kejriwal Arrest: शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर दिल्ली में सियासी संग्राम जारी है. आम आदमी पार्टी समेत समूचा विपक्ष, केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ एकजुट है.

Arvind Kejriwal: केजरीवाल को जेल AAP के लिए कितना हानिकारक, जानें जब भी कोई सीएम जेल गया तो पार्टी का क्या हश्र हुआ?

Arvind Kejriwal Arrest: शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर दिल्ली में सियासी संग्राम जारी है. आम आदमी पार्टी समेत समूचा विपक्ष, केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ एकजुट है. धरना प्रदर्शन की इस राजनीति के बीच गिरफ्तारी के 39 घंटे बाद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता के नाम पहला संदेश भेजा. जिसे उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ने पढ़कर सुनाया. 

मैं जल्द बाहर आऊंगा..

दिल्ली की मेरी मां-बहनें सोच रही होंगी कि केजरीवाल तो अंदर चला गया, पता नहीं कि अब हजार रुपया मिलेगा या नहीं. मेरी सभी माताओं और  बहनों से अपील है कि अपने भाई और बेटे पर भरोसा रखो. ऐसी सलाखें नहीं जो आपके भाई और बेटे को ज्यादा दिन अंदर रख सके. मैं जल्द बाहर आऊंगा.

अरविंद केजरीवाल का संदेश

उन्होंने कहा कि केजरीवाल लोहे की तरह मजबूत हैं और आपका भाई यानी केजरीवाल लोहे की तरह मजबूत है. और उनकी जिंदगी का हर पल देश को समर्पित है. समाज सेवा का काम रुकना नहीं चाहिए. संदेश में आगे कहा कि भारत के अंदर और बाहर कई शक्तियां हैं जो भारत को कमजोर कर रही हैं. उन शक्तियों को हराना है. मैं जल्द बाहर आकर अपना वादा पूरा करूंगा. 

लोगों से भावनात्मक तौर पर जुड़ने की कोशिश

केजरीवाल ने संदेश भेज कर लोगों से भावनात्मक तौर पर जुड़ने की कोशिश की है. दूसरी ओर बीजेपी भ्रष्टाचार के मुद्दे पर AAP के खिलाफ आक्रामक है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर इस भावनात्मक संदेश के क्या मायने हैं? तो बता दें कि इस संदेश से AAP को जनता की सहानुभूति मिल सकती है. केजरीवाल के संदेश से महिलाएं सीधे तौर पर जुड़ेंगी. इस संदेश से 2024 के चुनावों में AAP के वोटों पर पकड़ की कोशिश भी की गई है, साथ ही इस जांच को राजनीतिक साजिश दिखाने का प्रयास किया गया है. आइये आपको बताते हैं जब देश के दिग्गज नेता जेल गए तो इसका चुनाव के परिणाम और पार्टी पर क्या असर पड़ा.

लालू प्रसाद यादव

मुख्यमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद यादव पहली बार 1997 में जेल गए थे. जेल जाने से पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दिया और राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बना दिया. लेकिन जेल जाने से लालू प्रसाद यादव की सियासी ताकत घटने के बजाय और बढ़ गई. 2000 बिहार विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को बड़ी जीत मिली. तेज प्रताप और तेजस्वी यादव की सियासी पारी भी इसी वक्त शुरू हुई. 2000 के विधानसभा चुनाव में राजद सबसे बड़ी पार्टी बनी रही और राबड़ी देवी दोबारा मुख्यमंत्री बनीं.

लालू के जेल जाने का असर
विधानसभा चुनाव
कुल सीट - 324

साल      RJD           BJP          CONGRESS 
1995     167           41         29  जेल से पहले 
2000     124          67          23  जेल के बाद 

जयललिता

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को सजा होने पर 27 सितंबर 2014 को जेल जाना पड़ा था. उनके जेल जाने के बाद पनीरसेल्वम को सीएम बनाया गया. जेल जाने से जयललिता को राजनीतिक नुकसान नहीं हुआ. 2016 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की सीटें घटीं जरूर लेकिन सीएम वही बनीं.

हेमंत सोरेन

झारखंड में भी ठीक ऐसी ही स्थिति बनी. हाल ही में जमीन की अवैध खरीदारी के मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री को ईडी की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. जेल जाने से पहले उन्हें भी अपने सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा. चंपई सोरेन विधायक दल के नेता बने और फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अभी झारखंड में स्थितर सरकार है. लेकिन सोरेन परिवार में फूट जरूर पड़ी है. हेमंत की पत्नी कल्पना राजनीति में आईं. हेमंत की भाभी सीता सोरेन ने JMM से इस्तीफा दे दिया. 24 का चुनाव में JMM के लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है.

केजरीवाल की गिरफ्तारी बड़ा मुद्दा

दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और भ्रष्टाचार पर छिड़ी तकरार फिलहाल थमती नहीं दिख रही. ना ही बीजेपी इसे छोड़ने के मूड में है. 2024 के चुनाव से पहले केजरीवाल की गिरफ्तारी सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए बड़ा मुद्दा है. लड़ाई अब अदालत के साथ ही जनता की अदलात में भी है, लिहाजा जोर आजमाइश भी पूरी हो रही है.

Trending news