Bihar News: कर्ज से परेशान परिवार ने उठाया खौफनाक कदम, पति-पत्नी की मौत, बच्चे अस्पताल में भर्ती
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Bihar News: कर्ज से परेशान परिवार ने उठाया खौफनाक कदम, पति-पत्नी की मौत, बच्चे अस्पताल में भर्ती

बिहार के बांका जिले के बलुआ गांव में कर्ज से परेशान एक परिवार ने दर्दनाक कदम उठाया. शुक्रवार की आधी रात को पति-पत्नी ने खुद जहर खा लिया और अपने तीन बच्चों को भी जहर दे दिया. इस घटना में पति-पत्नी की मौत हो गई, जबकि तीनों बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है.

Bihar News: कर्ज से परेशान परिवार ने उठाया खौफनाक कदम, पति-पत्नी की मौत, बच्चे अस्पताल में भर्ती

Bihar News: बिहार के बांका जिले के बलुआ गांव में कर्ज से परेशान एक परिवार ने दर्दनाक कदम उठाया. शुक्रवार की आधी रात को पति-पत्नी ने खुद जहर खा लिया और अपने तीन बच्चों को भी जहर दे दिया. इस घटना में पति-पत्नी की मौत हो गई, जबकि तीनों बच्चों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. यह घटना अमरपुर थाना क्षेत्र की है, जिसने पूरे गांव को सदमे में डाल दिया है.

लोन के दबाव में टूट गया परिवार
जानकारी के मुताबिक परिवार ने कई प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों से ग्रुप लोन लिया था. लगभग 10 लाख रुपये के कर्ज का बोझ उन पर था. कर्ज चुकाने का लगातार दबाव था, लेकिन वे इसे पूरा करने में असमर्थ थे. इसी तनाव में आकर पति कन्हाय महतो (39 वर्ष) और उनकी पत्नी गीता देवी (35 वर्ष) ने यह खौफनाक कदम उठाया.

बच्चे की सूझबूझ से सामने आई घटना
रात के समय उनका सबसे छोटा बेटा राकेश (8 वर्ष) अचानक चिल्लाता हुआ गांव वालों के पास पहुंचा. उसने बताया कि उसकी मां ने सभी को जहर खिला दिया है, लेकिन उसने जहर उगल दिया. यह सुनते ही ग्रामीण उसके घर की ओर दौड़े. वहां उन्होंने देखा कि पति-पत्नी और दो बच्चे बेहोश पड़े थे.

अस्पताल में पति-पत्नी की मौत
गंभीर हालत में सभी को अमरपुर के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर किया गया. वहां डॉक्टरों ने कन्हाय महतो और गीता देवी को मृत घोषित कर दिया. बच्चों सवीता (16 वर्ष) और धीरज (12 वर्ष) का इलाज चल रहा है.

गांव में शोक का माहौल
ग्रामीणों ने बताया कि कन्हाय और गीता ने लगभग आधा दर्जन प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों और गांव के कुछ लोगों से कर्ज लिया था. कर्ज चुकाने का दबाव और लोन एजेंटों की धमकियों से वे बेहद परेशान थे. इसी कारण उन्होंने यह कदम उठाया.

परिवार और समाज के लिए सीख
यह घटना समाज के लिए एक गंभीर संदेश है कि कर्ज लेने और उसे सही समय पर चुकाने की जिम्मेदारी को समझना जरूरी है. साथ ही, ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए फाइनेंस कंपनियों और प्रशासन को भी ध्यान देना होगा.

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