भागलपुर में निगम की इन शाखाओं में नहीं है ऑनलाइन व्यवस्था, लोग होते है परेशान
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भागलपुर में निगम की इन शाखाओं में नहीं है ऑनलाइन व्यवस्था, लोग होते है परेशान

नगर निगम के सिर्फ नक्शा शाखा में ऑन लाइन व्यवस्था है. साथ ही अन्य शाखा में ऑफ-लाइन व्यवस्था के तहत फाइलों पर काम हो रहा है. निगम ने इन शाखाओं को ऑन-लाइन करने को लेकर कोई खास पहल नहीं की है.

भागलपुर में निगम की इन शाखाओं में नहीं है ऑनलाइन व्यवस्था, लोग होते है परेशान

भागलपुर : बिहार सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में पेपरलेस व्यवस्था को ऑन लाइन व्यवस्था करने जा रही है. अब आम लोगों को अपने किसी भी कार्य के लिए कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा, अब लोगों ऑनलाइन के माध्यम से अपना काम आसानी से कर सकते है. बता दें कि स्मार्ट सिटी भागलपुर शहर की सफाई समेत अन्य व्यवस्था देखने वाले नगर निगम में एक शाखा को छोड़ कोई शाखा में ऑन लाइन व्यवस्था नहीं है.

राज्य में ऑफ-लाइन व्यवस्था के तहत हो रहे कार्य
बता दें कि नगर निगम के सिर्फ नक्शा शाखा में ऑन लाइन व्यवस्था है. साथ ही अन्य शाखा में ऑफ-लाइन व्यवस्था के तहत फाइलों पर काम हो रहा है. निगम ने इन शाखाओं को ऑन-लाइन करने को लेकर कोई खास पहल नहीं की है. लोगों को हमेशा ऑफ-लाइन व्यवस्था की वजह से निगम की शाखाओं का चक्कर लगाना पड़ रहा है. साथी ही बता दें कि निगम की दो शाखा होल्डिंग टैक्स व जन्म मृत्यु शाखा पिछले सात साल से ऑन लाइन करने की कोशिश की जा रही है.

40 हजार से अधिक नंबर को किया गया अपलोड
साथ ही निगम के तत्कालीन नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह अनुसार दो शाखा को ऑन लाइन करने की योजना बनाई गई है. इस योजना पर कुछ दिनों के लिए काम भी शुरू हुआ था. लेकिन होल्डिंग टैक्स के लिए होल्डिंग नंबर को कंप्यूटर में अपलोड करने का काम शुरू हुआ था. लगभग 40 हजार से अधिक नंबर को अपलोड भी किया गया. मगर उस पर समय रहते हुए काम नहीं हुआ. निगम के रजिस्टर्ड में लगभग 76 हजार से अधिक होल्डिंग धारियों का नाम दर्ज है. इसके अलावा ऑन-लाइन व्यवस्था नहीं होने से निगम की सभी शाखाओं में फाइलों का अंबार लग गया है.

राज्य में निगम की इन शाखा में नहीं है ऑन-लाइन व्यवस्था
बता दें कि रोशनी शाखा, योजना शाखा, स्थापना शाखा, स्वास्थ्य शाखा,  शिक्षा शाखा, जलकल शाखा,  होल्डिंग टैक्स शाखा, आगत-निर्गत शाखा, जन्म-मृत्यु शाखा, सफाई शाखा, सूचना का अधिकार शाखा,  ट्रेड लाइसेंस शाखा,  नामांतरण शाखा, कोषागार शाखा लेखा शाखा आदि शामिल है. संबंधित अधिकारियों का कहना है कि इन शाखाओं में जल्द से जलद ऑनलाइन व्यवस्था कराने का प्रयास किया जाएगा.

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