कांवड़िए सुल्तानगंज की उत्तर वाहिनी गंगा से पवित्र जल को उठाते हैं और फिर 105 KM की पैदल यात्रा करके वो बाबा बैजनाथ धाम जाते हैं और जलाभिषेक करते हैं.
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भागलपुर: पवित्र सावन मास को महज तीन दिन शेष हैं. इस बार भी पूर्वांचल के कांवड़िया श्रद्धालुओं को सुईया पहाड़ से भी तकलीफ भरे रास्तों से गुजरना पड़ेगा. भागलपुर के नाथनगर के दोगच्छी से सुल्तानगंज के अकबरनगर के बीच एनएच 80 की हालात बुरी है.
दरअसल, भागलपुर के नाथनगर के दोगच्छी से सुल्तानगंज के अकबरनगर के बीच एनएच 80 की स्थिति बदतर है. सड़क चौड़ीकरण कर निर्माण किया जा रहा है. सावन से पूर्व सड़क को मोटरेबल करने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन सड़क अब कीचड़ में तब्दील हो चुका है. यहां जगह-जगह वाहन फंस रहे हैं. इस रास्ते से पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, गोड्डा, मिर्जाचौकी, बंगाल, नेपाल समेत कई जिलों से हजारों कांवड़िया जल भरने के लिए अपने वाहनों से सुल्तानगंज पहुंचते हैं. लेकिन कांवड़ियों के लिए इस बार राह आसान नहीं है.
6 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों के पसीने छूट जा रहे हैं. यहां सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है. इस वजह से श्रद्धालुओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. सड़क पर आवाजाही कर रहे लोग प्रशासन को कोसते नजर आ रहे हैं. वहीं, सुल्तानपुर से झारखंड के देवघर तक की 105 KM यात्रा के लिए कांवड़ियों के लिए कई सुविधाएं भी दी जा रही है. इसको लेकर पर्यटन विभाग जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है.
जगह-जगह पर कांवड़ियों के रहने के लिए टेंट लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा पूरे शहर को सजाया गया है. बता दें कि कांवड़िए सुल्तानगंज की उत्तर वाहिनी गंगा से पवित्र जल को उठाते हैं और फिर 105 KM की पैदल यात्रा करके वो बाबा बैजनाथ धाम जाते हैं और जलाभिषेक करते हैं.