ऐसा क्या हुआ कि भोजपुरी स्टार पवन सिंह के चाहनेवाले हो गए नाराज, बैरिकेडिंग तोड़ने की हुई कोशिश
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ऐसा क्या हुआ कि भोजपुरी स्टार पवन सिंह के चाहनेवाले हो गए नाराज, बैरिकेडिंग तोड़ने की हुई कोशिश

भोजपुरी सिनेमा के पावरस्टार पवन सिंह का जलवा ऐसा कि इनकी एक झलक पाने के लिए भोजपुरी के दर्शक बेताब रहते हैं. कहीं पवन सिंह का कार्यक्रम हो और वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता है.

(फाइल फोटो)

पटना : भोजपुरी सिनेमा के पावरस्टार पवन सिंह का जलवा ऐसा कि इनकी एक झलक पाने के लिए भोजपुरी के दर्शक बेताब रहते हैं. कहीं पवन सिंह का कार्यक्रम हो और वहां लोगों की भीड़ इकट्ठी ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता है. ऐसा ही कुछ हुआ पवन सिंह के बक्सर में होनेवाले कार्यक्रम के दौरान जब यहां दर्शकों की भीड़ बेकाबू हो गई और इसे संभालने में प्रसासन के पसीने छूट गए.  

तय कार्यक्रम के अनुसार मंच पर नहीं दिखे भोजपुरी के बड़ा कलाकार 
दरअसल बक्सर में सनातन संस्कृति समागम के तहत अहिरौली के अहिल्याधाम में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस समागम में खेसारी लाल यादव, दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ, मनोज तिवारी एवं  पवन सिंह के आने की सूचना थी लेकिन इनमें से कोई भी कलाकार तय दिनों में मंच पर नजर नहीं आए. पवन सिंह को देखने के लिए 14 नवंबर को यहां लगभग 1 से डेढ लाख लोग इकट्ठा हो गए थे. पवन सिंह के नहीं आने की सूचना पाकर यह भीड़ बेकाब हो गई और जमकर हंगामा मचाना शुरू कर दिया. इस भीड़ को काबू में करने में प्रशासन के पसीने छूट गए.  

पवन सिंह के नहीं आने से भीड़ हुई बेकाबू 
इसके बाद कार्यक्रम के आयोजन केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे को मंच पर आकर लोगों से हाथ जोड़कर विनती करनी पड़ी. इसके बाद प्रशासन की मदद से आक्रोशित लोगों का शांत कराना पड़ा. इसको लेकर लगातार लोगों की तरफ से कहा गया कि जब इन कलाकारों को तय दिन पर नहीं आना था तो इसकी सूचना देनी चाहिए थी. लोगों इस बात से खफा थे कि इस कार्यक्रम में मनोज तिवारी, रवि किशन, खेसारी लाल यादव, दिनेश लाल यादव जैसे कलाकारों का नाम आयोजनकर्ता ने बैनर पोस्टर पर लगाकर पूरे शहर में चिपकाए थे. सोशल मीडिया पर भी यही लिखा गया था लेकिन यहां कोई कलाकार नहीं आया. 

पवन सिंह के चाहनेवालों ने किया हंगामा 
पवन सिंह के चाहनेवाले इसलिए भड़क गए कि आयोजकों ने झूठ का सहारा लिया. पवन सिंह के आने की सूचना पर यहां भीड़ जुटा ली और पवन सिंह आए ही नहीं. इसके बाद यहां हंगामा बढ़ा तो प्रशासन के हाथ-पांव फूलने लगे.  इस कार्यक्रम में 7 नवंबर को खेसारी, 10 को निरहुआ, 12 को मनोज तिवारी एवं 14 को पवन सिंह के आने की सूचना थी. 

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