बिहार: बीजेपी ने लालू-राबड़ी के शासनकाल को बताया 'आतंकराज', कहा-चश्मदीदों से पूछे तेजस्वी
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बिहार: बीजेपी ने लालू-राबड़ी के शासनकाल को बताया 'आतंकराज', कहा-चश्मदीदों से पूछे तेजस्वी

बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि राजद का रिपोर्ट कार्ड धूर्तता, बेशर्मी और सुविधाजनक आंकड़ों के साथ कुतर्कों का पुलिंदा भर है.

बिहार: बीजेपी ने लालू-राबड़ी के शासनकाल को बताया 'आतंकराज', कहा-चश्मदीदों से पूछे तेजस्वी

पटना: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को राजद द्वारा जारी सरकार के रिपोर्टकॉर्ड को एक फर्जीवाड़ा बताते हुए कहा कि हमको मालूम है जन्नत की हकीकत, लेकिन दिल को खुश रखने को गालिब यह ख्याल अच्छा है. भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर सियासी हमला बोलते हुए कहा कि हैरानी की बात है कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण का नाम डूबोने वाले उनके तथाकथित शिष्य भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता होकर भी भ्रष्टाचार मिटाने को लेकर अपने कार्यकर्ताओं से अपील कर रहे हैं.

'राजद का शासन हर मामले में रहा फेल'
उन्होंने कहा कि जिनके राज की भयावह यादें आज भी लोगों में सिहरन पैदा कर देती है और जिनका शासन हर मामले में फेल रहा वह आज बिहार में बहार लाने वाली एनडीए सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश कर रही है.

'राजद का रिपोर्ट कार्ड कुतर्कों का पुलिंदा'
उन्होंने कहा कि राजद का रिपोर्ट कार्ड धूर्तता, बेशर्मी और सुविधाजनक आंकड़ों के साथ कुतर्कों का पुलिंदा भर है. इनमें यदि थोड़ी भी ईमानदारी होती तो वह एनडीए और राजद के शासनकाल का तुलनात्मक रिपोर्ट दिखाते, लेकिन इन्होने कुछ दिखाया, अधिकतर छिपाया के आधार पर रिपोर्ट कार्ड पेश कर दिया.

राजद शासनकाल को बताया 'आतंकराज'
उन्होंने इशारों ही इशारों में राजद नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए उन्हें युवराज कहा. भाजपा नेता ने कहा कि यदि हिम्मत हो उस आतंकराज से आज के बिहार की तुलना करते हुए रिपोर्ट कार्ड पेश करें.

तेजस्वी को बताया 'युवराज'
उन्होंने कहा कि राजद के युवराज को इस रिपोर्ट कार्ड को जारी करने के पहले अपने दल के ही वरिष्ठ नेताओं से जानकारी ले लेनी चाहिए थी, जो राजद के शासनकाल के चश्मदीद गवाह रहे हैं.

'लालू-राबड़ी के शासन में हुए नरसंहार'
राजद काल में होने वाले नरसंहारों की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि लालू-राबड़ी के शासनकाल में नालंदा जिले में 4 नरसंहार में 16 लोगों की नृशंस हत्या हुई थी, जबकि अरवल जिले (तत्कालीन जहानाबाद) में 14 नरसंहार में जिसमें 175 लोगों की हत्या हुई थी. राजद के शासनकाल में औरंगाबाद जिले में हुए 5 नरसंहार में 51 लोगों की नृशंस हत्या की गई थी. केवल पटना जिले में ही 15 नरसंहार में 96 लोगों की नृशंस हत्या की गई थी, जबकि बक्सर जिले में 2 नरसंहार में 16 लोगों की हत्या हुई थी. आंकड़ों पर गौर करें तो 1990 से लेकर 2000 में राजद के शासनकाल में 118 नरसंहार की घटनाएं हुई थी, जिसमें 812 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इसमें कई बच्चे और महिलाएं थी.

उन्होंने कहा कि उस दौर में जब लोग अपना व्यवसाय छोड़कर बिहार से पलायन कर रहे थे, आज उद्योगपति बिहार में आकर उद्योग लगा रहे हैं. यह अंतर शायद आपके सत्ता पाने की छटपटाहट में नहीं दिख रही है.

'विकास के पथ पर दौड़ रहा बिहार'
बिहार भाजपा अध्यक्ष ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार में बिहार में सुशासन के राज में विकास के पथ पर सरपट दौड़ रही है. इस दौरान उन्होंने कई योजनाओं का हवाला भी दिया.

गौरतलब है कि रविवार को तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार का रिपोर्ट कार्ड जारी किया था.

(आईएएनएस)

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