BPSC टॉपर गौरव सिंह का पहला सपना रह गया अधूरा, ऐसे बनें SDM
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BPSC टॉपर गौरव सिंह का पहला सपना रह गया अधूरा, ऐसे बनें SDM

BPSC Topper Gourav Singh: गौरव सिंह ने कहा, 'मैं यूपीएससी की तैयारी कर रहा था, तो इसलिए मुझे बीपीएससी के लिए कुछ अलग नहीं करना पड़ा. बस पढ़ाई लगातार कर रहा था.'

गौरव सिंह ने बीपीएससी में टॉप किया है.

BPSC 65th Exam Result: बिहार लोक सेवा आयोग यानी बीपीएससी ने गुरुवार को 65वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा के नतीजों का ऐलान कर दिया. इस परीक्षा में कुल 422 उम्मीदवार सफल घोषित हुए हैं. जिसमें रोहतास के गौरव सिंह ने टॉप किया. इस बीच, गौरव सिंह ने ज़ी बिहार-झारखंड (Zee Bihar Jharkhand) से खास बात की.

  1. बीपीएससी 65वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा के नतीजों का ऐलान
  2. रोहतास के गौरव सिंह ने बीपीएससी एग्जाम में किया टॉप

सवाल: इतनी बड़ी सफलता हासिल करके कैसा लग रहा है?
उत्तर: बहुत अच्छा लग रहा है. इतनी बड़ी सफलता पाकर आज बहुत खुश हूं.

सवाल: आपका BPSC में ये कौन सा प्रयास था?
उत्तर: ये मेरा तीसरा प्रयास था.

सवाल: BPSC की तैयारी कैसे की और टॉप करने के बाद घर वालों की क्या प्रतिक्रिया है?
उत्तर: मैं यूपीएससी की तैयारी कर रहा था, तो इसलिए मुझे बीपीएससी के लिए कुछ अलग नहीं करना पड़ा. बस पढ़ाई लगातार कर रहा था. हां, एग्जाम टॉप करने की सूचना मिलने के बाद घर में खुशी का माहौल है.

सवाल: पढ़ाई कहां से की और परिवारिक स्थिति कैसी थी आपकी?
उत्तर: मेरी प्रारंभिक पढ़ाई बनारस में हुई, मैं वहां अपने मामा के यहां रहकर पढ़ाई करता था. इसके बाद 2015 में मैंने कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी (Kalinga Institute of Industrial Technology), भुवनेश्वर से बीटेक (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) पास किया.

'मैं मीडिल क्लास परिवार से आता हूं, मां मेरी शिक्षामित्र हैं और मैंने बनारस में मामा के यहां रहकर पढ़ाई की.'

सवाल: तैयारी के लिए कोई कोचिंग ज्वाइन किया था?
उत्तर: मैंने तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा नहीं लिया था. लेकिन मैंने यूपीएससी के लिए कई टेस्ट सीरिज ज्वाइन किया था, जिससे मुझे बहुत मदद मिली.

सवाल: दो बार असफल होने के बाद मन में निराशा आई थी और अगर हां तो कैसे अपने आप को प्रेरित किया?
उत्तर: मेरे सीनियर हैं प्रवीण कुमार गौंड, उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया. मेरी सफलता में उनका 50 प्रतिशत योगदान है.

सवाल: नौकरी कब और क्यों छोड़ी?
उत्तर: 2018 में नौकरी छोड़ी थी, क्योंकि प्राइवेट सेक्टर में बहुत ज्यादा नौकरी से संतुष्टी नहीं थी. मेरी इच्छा डिफेंस सर्विस में जानें की थी, लेकिन वहां किसी कारण से मेरा नहीं हो पाया तो उसके बाद से मेरा टार्गेट तय हो गया कि मुझे सिविल सेवा में ही जाना है.

सवाल: भाग्य को आप कितना अहम मानते हैं?
उत्तर: मैं तो भाग्य को बहुत अहम मानता हूं. मेरा 64वीं BPSC और UPPSC में भी हुआ है, लेकिन UPSC में 4 नंबर से मेंस रूक गया. मेरा यूपीपीएससी में भूगोल (Geography) में बहुत अच्छा नंबर है लेकिन यूपीएससी में बहुत खराब था, तो कई बार समझ नहीं आता कि क्या मजूबत और कमजोर पक्ष है. ऐसे में तैयारी में मेहनत के साथ भाग्य बहुत बड़ा किरदार निभाता है. 

सवाल: अब आप प्रशासनिक सेवा में आ गए हैं, तो पहला काम क्या करना चाहेंगे?
उत्तर: देखिए, प्रशासनिक सेवा को लेकर मेरा अनुभव ठीक नहीं रहा है. ऐसे में मैं चाहूंगा कि जो भी लोग अधिकारियों से मिलने आएं, उन्हें सारी सुविधाएं मिलें, उन्हें उनके अधिकार के बारे में बताया जाए. मैं बेसिक चीजों पर पहले ज्यादा फोकस करूंगा.

सवाल: बीपीएससी की तैयारी कर रहे छात्रों को क्या संदेश देंगे?
उत्तर: देखिए सिविल सेवाओं की तैयारी के दौरान तमाम तरह की चुनौतियां आती हैं. ऐसे में विफलता भी बहुत मिलती है. लेकिन मेरा मानना है कि बिना निराश हुए लगातार पढ़ाई करना चाहिए. एक दिन सफलता जरूर मिलेगी.

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