'भगवान राम' पर जीतन राम मंझी के विवादित बयान पर बरसे दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता
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'भगवान राम' पर जीतन राम मंझी के विवादित बयान पर बरसे दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता

पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भगवान राम पर विवादित बयान देकर सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है. हर तरफ जीतन राम मांझी के इस बयान को लेकर बवाल तेज हो गया है.

(फाइल फोटो)

पटनाः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भगवान राम पर विवादित बयान देकर सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है. हर तरफ जीतन राम मांझी के इस बयान को लेकर बवाल तेज हो गया है. हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री का कहना है कि वे 'भगवान श्रीराम' को नहीं मानते हैं.  उन्होंने ये बयान लछुआर में  दिया, जहां वो बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आयोजित समारोह में हिस्सा ले रहे थे.

उनके इस बयान पर दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. आदेश गुप्ता बिहार के सीवान पहुंचे थे. सीवान पहुंचने पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूल माला से उनका स्वागत किया. शहर के कई चौक चौराहों पर आदेश गुप्ता का स्वागत किया गया. वह शहर के रसूलपुर में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे. उनके साथ सीवान सांसद, पूर्व सांसद, महाराजगंज सांसद, गोरेयाकोठी विधायक सहित बीजेपी के कई नेता मौजूद रहे.

इस दौरान दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने जीतन राम मांझी के विवादित बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा की जिन लोगों ने इस देश में राजनीतिक इतिहास में श्रीराम जी के महत्त्व को स्वीकारा नही हैं या उनके अस्तित्व पर सवाल खड़ा किया है, आज वो सभी पार्टियां जिसमें सबसे बड़ी पार्टी और पुरानी पार्टी कांग्रेस भी है आज अस्तित्व के खतरे से जूझ रही है. कांग्रेस पार्टी के नेता जो वकील बनकर कोर्ट में खड़े थे उन्होंने कहा था कि राम जी थे ही नहीं. आज वही लोग अब राम जी के दरवाजे पर मत्था टेक रहे है. अब वह प्रभु राम से बोल रहे हैं कि हमें बचाओ. क्योंकि उनका अस्तित्व खतरे में हैं.

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जीतन राम मांझी का विवादित बयान सिर्फ अपने आप को चर्चा में लाने के लिए होता है. बिहार की जनता ने उनको नाकार दिया है. उनके पास कोई बड़ा जनसमर्थन नहीं हैं. उनका बयान दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रभु श्री राम उनको सद्बुद्धि प्रदान करें उनके मति को सही करें. 

आपको बता दें कि जीतन राम मांझी ने कहा था कि भगवान श्रीराम ने माता सबरी के जूठे बेर खाए थे, लेकिन ऊंची जाति के लोग हमारा छुआ भी नहीं खाते हैं. हम सिर्फ महर्षि वाल्मीकि और तुलसीदास को मानते हैं, पर राम को नहीं जानते. इसके साथ ही मांझी ने कहा कि राम कोई भगवान थोड़े ही थे, वे तो तुलसीदास और बाल्मीकि रचित रामायण के पात्र थे. 

ब्राह्मणों पर एक बार फिर विवादित बयान देते हुए जीतन राम मांझी ने कहा कि जो ब्राह्मण मांस खाते और शराब पीते हैं, झूठ बोलते हैं ऐसे ब्राह्मणों से दूर रहना चाहिए. ऐसे ब्राह्मणों से पूजा पाठ नहीं कराना चाहिए. इसके साथ ही पूजा पाठ और अर्चना पर उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि पूजा पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता. ऐसे में अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा पाठ करना बंद कर देना चाहिए.

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