नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा राष्ट्रीय जनता दल को आम लोगों और गरीबों की चिंता है और यही वजह है कि लालू यादव अभी भी फासीवादी ताकतों से लड़ रहे हैं.
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पटना: संपूर्ण क्रांति दिवस के मौके पर पटना में राजद नेता तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला. तेजस्वी ने कहा कि अगर उनके पिता (लालू यादव) परिवारवादी होते तो अब तक बीजेपी से समझौता कर चुके होते और वो (तेजस्वी) बिहार के मुख्यमंत्री होते. लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया.
'फासीवादी ताकतों से लड़ रहे हैं लालू यादव'
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा राष्ट्रीय जनता दल को आम लोगों और गरीबों की चिंता है और यही वजह है कि लालू यादव अभी भी फासीवादी ताकतों से लड़ रहे हैं. बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब तेजस्वी ने इस बात का जिक्र किया है. इससे पहले 26 दिसंबर 2017 को भी तेजस्वी ने ट्वीट कर कुछ ऐसा ही कहा था. तेजस्वी ने कहा, 'अगर लालू जी BJP से हाथ मिला लेते तो वो आज हिंदुस्तान के राजा हरीशचंद्र होते. तथाकथित चारा घोटाला दो मिनट में भाईचारा घोटाला हो जाता अगर लालू जी का DNA बदल जाता.'
जातीय जनगणना पर अपनी पीठ थपथपाई
तेजस्वी यहीं नहीं रुके, उन्होंने जातीय जनगणना को लेकर भी अपनी पीठ थपथाई. उन्होंने कहा कि अगर आज जातीय जनगणना हो रही है तो ये राजद और महागठबंधन की देन है क्योंकि उन लोगों ने इसके लिए सरकार को झुकाया.
'हिंदू कैसे खतरे में हो सकता है?'
राजद नेता ने कहा कि हमें सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है. तेजस्वी ने बिना किसी का नाम लिए इशारों में कहा कि वो लोग कहते हैं कि हिंदू खतरे में है जबकि आज देश के सभी बड़े पदों पर हिंदू हैं ऐसे में हिंदू कैसे खतरे में हो सकता है? तेजस्वी ने कहा कि असल में उनकी सत्ता जाने वाली है इसलिए वो भ्रामक प्रचार कर रहे हैं.
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इस दौरान तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भी निशाना साधा. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार सरकार नागपुर से चल रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीजेपी (BJP) और आरएसएस (RSS) के कैद में हैं. नागपुर से जैसा आदेश आता है, वैसा ही हमारे सीएम करने लगते हैं.