पप्पू यादव ने इस नेता को बताया भविष्य का पीएम, लेकिन दी चेतावनी
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पप्पू यादव ने इस नेता को बताया भविष्य का पीएम, लेकिन दी चेतावनी

जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने राज्य में बालू खनन को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष पर निशाना साधा है.

 (फाइल फोटो)

Patna: जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने राज्य में बालू खनन को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि बिहार में तेजी से होते अवैध खनन के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों जिम्मेदार है क्योंकि ब्रॉडसन कंपनी में सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं का पैसा लगा हुआ है. यादव ने कहा कि राजद के सबसे बड़े नेता का इस कंपनी में हिस्सेदारी है.

'नेताओं के संपत्ति की हो जांच'
पूर्व सांसद ने कहा कि हाईकोर्ट (Patna High Court) ने ब्रॉडसन कंपनी पर 139 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. अभी हाल ही में कंपनी के मालिक के बर्थडे पार्टी में सरकार के अधिकतर मंत्री शामिल हुए थे. उन्होंने कहा कि जाप कंपनी से नजदीक रखने वाले सभी नेताओं की संपत्ति की जांच की मांग करती है.

'नीतीश कुमार बन सकते हैं पीएम'
इस दौरान पप्पू यादव ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी भी की. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भविष्य में प्रधानमंत्री बन सकते हैं लेकिन उनके मंत्री उस ब्लैकलिस्टेड कंपनी के मालिक के साथ केक काटते हैं. यादव ने कहा कि माफियाओं के साथ केक काटने वालों से विकास की बात बेईमानी लगती है.

आंदोलन की तैयारी में जाप
पप्पू यादव ने कहा कि जन अधिकार पार्टी एमएसपी कानून (MSP) और विशेष राज्य के दर्जे के लिए चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि जाप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 19 दिसंबर को होगी और 27 दिसंबर को विशेष राज्य की मांग के लिए राज्यव्यापी चक्काजाम होगा, फिर 10 जनवरी को रेल रोको कार्यक्रम, 16 जनवरी को बापू सभागार में राज्यव्यापी सम्मेलन और 23 मार्च को गांधी मैदान में रैली होगी.

मांझी के बयान का समर्थन
वहीं, पप्पू यादव ने पूर्व सीएम और हम प्रमुख जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के शराबबंदी की समीक्षा वाले बयान का समर्थन किया. उन्होंने कहा मांझी ने सही कहा है कि शराबबंदी फैसले की समीक्षा होनी चाहिए. दरअसल, राज्य में जहरीली शराब से बीते कुछ दिनों में कई लोगों की मौत हो चुकी है. विपक्ष समेत सत्तापक्ष के लोग भी सरकार से फैसले की समीक्षा की मांग कर रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कह चुके हैं कि शराबबंदी का फैसला किसी भी कीमत पर वापस नहीं होगा.

मुख्यमंत्री शराबबंदी कानून को लेकर 15 दिसंबर के बाद राज्य में यात्रा की शुरुआत करने जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री महिलाओं से शराबबंदी कानून को लेकर फीडबैक लेंगे साथ ही उनसे लोगों को जागरूक करने की अपील भी करेंगे.

(इनपुट-रुपेंद्र श्रीवास्तव)

 

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