बिहार में जहरीली शराब से मौत के बाद लोगों में डर के साथ ही जागरुकता भी बढ़ी है. पश्चिम चंपारण ज़िले के बेतिया में एक महिला ने पहले तो बेटे को शराब पीने से मना किया.
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Bettiah: बिहार में जहरीली शराब से मौत के बाद लोगों में डर के साथ ही जागरुकता भी बढ़ी है. पश्चिम चंपारण ज़िले के बेतिया में एक महिला ने पहले तो बेटे को शराब पीने से मना किया और जब बेटा नहीं माना तो मां ने उसे जेल की हवा खिला दी. मामला मझौलिया थाना क्षेत्र के माधोपुर के मलाही टोला का है. झुनू कुमार नाम का युवक अक्सर शराब के नशे में हंगामा करता था और गांव के लोगों के साथ ही परिजनों से भी मारपीट करता था.
नशेड़ी बेटे ने मां के लाख समझाने और नशे की लत छोड़ने की मनाही करने पर मां- बेटे के बीच रिश्ते में खटास आने लगा. आखिरकार मां ने अपने ही बेटे को सुधारने का बीड़ा उठाया और जैसे ही उसका बेटा शराब पीकर घर में आया, महिला ने इसकी शिकायत पुलिस से कर दी. महिला की शिकायत के बाद मझौलिया पुलिस ने झुनू कुमार को गिरफ्तार कर लिया और मेडिकल जांच के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया.
सलाखों के पीछे पहुंचा नशेड़ी युवक
जहरीली शराब से कई मौत के बाद बिहार में पुलिस एक्शन में है तो अब परिजन भी अपनों के खिलाफ खड़े होने लगे हैं. घर में शराब पीकर आने वाले लोगों की सूचना परिवार के लोग खुद पुलिस को दे रहे हैं और पुलिस के सहयोग से शराबियों को सलाखो के पीछे भेज रहे हैं. मझौलिया के थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि माधोपुर मलाही टोला निवासी झुनू कुमार शराब के नशे में हंगामा कर रहा था, जिसपर उसकी मां ने फोन कर पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही पुलिस ने फौरन उस शराबी शख्स को गिरफ्तार कर लिया और अब वह नशेड़ी शख़्स हवालात की हवा खा रहा है.
यह पहला मामला है जब एक मां ने अपने बेटे को बिगड़ते देख उसे सुधारने के लिए पुलिस का सहारा लिया और पूर्ण शराबबंदी कानून को धरातल पर उतारने में सरकार और प्रशासन की मदद की है. पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार इस महिला की जमकर तारीफ की और इसे नज़ीर बताते हुए बिहार की मां- बेटी और बहुओं को जन जागरूकता का संदेश दिया. अशोक कुमार ने नशा मुक्त समाज निर्माण में सहयोग के लिए लोगों से अपील की.
जहरीली शराब कांड के बाद एक्शन में पुलिस
महज़ 6 महीनों में पश्चिम चंपारण ज़िला के लौरिया देउरवा समेत नौतन के दक्षिण तेलुआ में दर्ज़नों लोगों की मौत के बाद पुलिस एक्शन में है. पुलिस जगह-जगह लगातार छापेमारी कर रही है वहीं स्थानीय लोग भी अब पुलिस को सूचना दे रहे हैं और सहयोग कर रहे हैं. कुछ दिन पहले ही मझौलिया थाना क्षेत्र के हरपुर गांव में भी एक शराबी युवक को उसके मामा ने ही गिरफ्तार कराने में पुलिस को सहयोग किया था.
सीएम नीतीश कुमार भी लगातार शराबबंदी की समीक्षा कर रहे हैं और लोगों से सहयोग की अपील कर रहे हैं. ऐसे ही अगर बिहार के हर ज़िले और गांव में लोग अपनी जिम्मेवारी और जवाबदेही तय कर लें तो वह दिन दूर नहीं होगा जब सूबे में पूर्ण रूप से लागू शराबबंदी कानून एक नज़ीर बन जायेगा.