नीति आयोग की रिपोर्ट पर तेजस्वी ने नीतीश से पूछा, बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया?
Advertisement

नीति आयोग की रिपोर्ट पर तेजस्वी ने नीतीश से पूछा, बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया?

Niti Aayog Report Bihar: तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए कहा कि रिपोर्ट्स झूठी हैं और केवल और केवल वो और उनकी मुंह जुबानी वाली रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है.

नीति आयोग की रिपोर्ट पर तेजस्वी ने नीतीश से पूछा, बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया?

पटना: नीति आयोग (Niti Aayog Report) की रिपोर्ट को लेकर विपक्ष सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है. इस बीच राजद के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के कार्यकाल में विकास को लेकर फिर से सवाल उठाए हैं.

  1. नीति आयोग की रिपोर्ट पर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना
  2. तेजस्वी ने पूछा-बिहार सबसे फिसड्डी क्यों है?

'सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है?'
तेजस्वी यादव ने शनिवार एक बयान जारी कर तंज कसते हुए सवालिया लहजे में कहा कि वर्तमान के आंकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान एवं अपने भूत के 16 वर्षों का आकलन अवश्य करना चाहिए कि उन्होंने उदारीकरण के बाद भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है?

ये भी पढ़ें-नीति आयोग की रिपोर्ट में खुलासा, बिहार की आधी से ज्यादा आबादी गरीब, इस लिस्ट में झारखंड दूसरे नंबर पर

स्वास्थ्य सहित कई मामलों के सूचकांक में बिहार के नीचे आने पर राजद के नेता ने सरकार पर निशाना साधा है.

तेजस्वी ने शनिवार को कहा कि देश-विदेश के सभी प्रतिष्ठित मूल्यांकन व मानक संस्थानों जैसे नीति आयोग, कैग (CAG), एनसीआरबी (NCRB) सहित कई संगठनों ने बिहार की बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, गरीबी, बेरोजगारी, शराबबंदी, भ्रष्टाचार, पलायन, प्रदूषण, विकास सहित अनेक सूचकांकों से संबंधित वैज्ञानिक आधारित शोध रिपोर्ट्स पेश की है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा सभी रिपोर्ट को सही नहीं बता रहे.

'केवल उनकी मुंह जुबानी रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है'
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि रिपोर्ट्स झूठी हैं और केवल और केवल वो और उनकी मुंह जुबानी वाली रिपोर्ट्स ही शास्वत सत्य है.

तेजस्वी ने कहा कि डबल इंजन सरकार की मानक संस्थाएं ही आंकड़ों और साक्ष्य सहित इनकी 16 वर्षों की विफलता एवं कागजी विकास को आइने में दिखा रही है. उन्होंने कहा कि यह विपक्ष के नहीं आपकी सरकार और उनकी एजेंसियों के ही आंकड़े हैं.

उन्होंने कहा, जो अपनी गलती ही स्वीकार नहीं करेगा वह उन खामियों को दूर कैसे करेगा?

ये भी पढ़ें-बिहार वासियों के लिए खुशखबरी! अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में राज्य को मिला गोल्ड

यादव ने तंज कसते हुए आगे कहा, 30-40 वर्ष के भूतकाल में डूबे रहने वाले मुखिया को वर्तमान के आंकड़ों के साथ भविष्य, वर्तमान एवं अपने भूत के 16 वर्षों का आंकलन अवश्य करना चाहिए कि उन्होंने उदारीकरण के बाद भी बिहार को सबसे फिसड्डी राज्य क्यों बनाया हुआ है?

(इनपुट-आईएएनएस)

Trending news