बिहार में कैदियों को खाने में मिलेगी ताजी व हरी सब्जी, किसानों को इस तरह से मिलेगा इसका लाभ
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बिहार में कैदियों को खाने में मिलेगी ताजी व हरी सब्जी, किसानों को इस तरह से मिलेगा इसका लाभ

बिहार की जेलों में बंद कैदी अब खेतों में उपजी ताजी और हरी सब्जी खायेंगे. सरकार का मानना है कि इससे न केवल कैदियों को पौष्टिक भोजन मिल सकेगा बल्कि किसानों को भी इसका सीधा लाभ मिल सकेगा.

 (फाइल फोटो)

Patna: बिहार की जेलों में बंद कैदी अब खेतों में उपजी ताजी और हरी सब्जी खायेंगे. सरकार का मानना है कि इससे न केवल कैदियों को पौष्टिक भोजन मिल सकेगा बल्कि किसानों को भी इसका सीधा लाभ मिल सकेगा. बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन योजना (VEGFED) के तहत गठित सब्जी उत्पादक सहकारी समिति संघ के माध्यम से राज्य के विभिन्न जेलों में सब्जी आपूर्ति करने जा रहा है.

सहकारिता विभाग की सचिव सह अध्यक्ष वेजफेड बन्दना प्रेयषी इस योजना के तहत महानिरीक्षक (कारा), बिहार एवं पटना, तिरहुत एवं मिथिला के सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारियों के साथ बैठक की है. सहकारिता विभाग के अधिकारी बताते हैं कि सब्जी उत्पादक सहकारी समितियां इसके तहत खेत से सीधे जेलों में सब्जी पहुंचायेंगी. उल्लेखनीय है कि सहकारिता विभाग लगातार वैसे सरकारी संस्थानों में सब्जी आपूर्ति का प्रयास कर रहा है, जहां सब्जी का उपयोग होता है.

बताया जा रहा है विभाग ने तीनों सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ को विभिन्न जेलों द्वारा सब्जियों की आपूर्ति के लिये दिये जाने वाले टेंडर लेने के लिए निर्देश दिया है. पटना, तिरहुत और मिथिला के सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ उन सभी शर्तों को पूरा करते हैं, जिसके आधार पर कारा विभाग सब्जी की आपूर्ति के लिए टेंडर जारी करता है.

वेजफेड चरणबद्ध तरीके से इस प्रक्रिया शामिल होगा. पहले चरण में हरित सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ पटना को वैशाली, पटना, एवं बक्सर जिला, तिरहुत सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन संघ पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण एवं मुजफ्फरपुर जिला तथा मिथिला सब्जौ प्रसंस्करण एवं विपणन संघ को दरभंगा, मधुबनी एवं सहरसा जिला के विभिन्न जेलों में सब्जी आपूर्ति के लिये आमंत्रित निविदा में भाग लेने के निर्देश दिये गये हैं.

उल्लेखनीय है कि राज्य के 20 जिलों के लगभग 20 हजार सब्जी उत्पादक किसान जुड़े हैं.

(इनपुट: आईएएनएस)

 

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