बेगूसराय के इस स्कूल में बच्चों के साथ पढ़ रही गाय-बकरियां, जानिए क्या है वजह?
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बेगूसराय के इस स्कूल में बच्चों के साथ पढ़ रही गाय-बकरियां, जानिए क्या है वजह?

बलिया प्रखंड क्षेत्र के पोखरिया गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित है. बताया जा रहा है कि स्कूल के जमीन दाता ने ही स्कूल परिसर में मवेशी बांध दिए हैं. वहीं इस मामले में जमीन दाता के परिजन इंदल यादव ने बताया कि करीब 12 कट्टे की जमीन में से पूर्वजों ने 5 कट्ठा जमीन स्कूल में दान दिया था.

बेगूसराय के इस स्कूल में बच्चों के साथ पढ़ रही गाय-बकरियां, जानिए क्या है वजह?

बेगूसराय: बेगूसराय में उत्क्रमित मध्य विद्यालय में कब्जा करने का मामला सामने आया है. आरोप है कि जमीन दाता ने विद्यालय में गाय व बकरी बांध कर कब्जा कर लिया है. इससे विद्यालय में पठन-पाठन में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मजबूरन बच्चों को भवन रहने के बाद भी ऑफिस और बाहर जमीन पर बैठ कर पढ़ना पड़ रहा है. ऐसे में जहां उन्हें ककहरा सीखना चाहिए, वह गाय-बकरी के बीच बैठ रंभाना-मिमियाना सीख रहे हैं. 

जमीन दाता ने भी लगाए आरोप
जानकारी के मुताबिक बलिया प्रखंड क्षेत्र के पोखरिया गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय स्थित है. बताया जा रहा है कि स्कूल के जमीन दाता ने ही स्कूल परिसर में मवेशी बांध दिए हैं. वहीं इस मामले में जमीन दाता के परिजन इंदल यादव ने बताया कि करीब 12 कट्टे की जमीन में से पूर्वजों ने 5 कट्ठा जमीन स्कूल में दान दिया था. उनका कहना है दान में दी गई जमीन के बावजूद उनकी आधी जमीन में स्कूल बना दिया गया है. उनका कहना है कि इसीलिए उन्होंने स्कूल में जानवर बांधे हैं. 

उनका कहना है कि स्कूल प्रबंधन दान में दी गई जमीन पर स्कूल बना ले और उनकी जमीन छोड़ दे तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी. इस संबंध में प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रेमलता कुमारी ने बताया कि जमीन अतिक्रमण कर गाय बांधने की शिकायत ब्लॉक से लेकर जिला स्तर पर की गई है, लेकिन अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है. 

700 बच्चे हैं स्कूल में नामांकित
विद्यालय में एक से 8 तक वर्ग की पढ़ाई होती है जिसमें 700 बच्चे नामांकित हैं. 4 कमरे हैं, एक कमरे में कार्यालय हैं और तीन कमरे में बच्चों के बैठाने के लिए रखा गया है. अगर उनके बैठने को जगह नहीं मिलती है तो भूमि पर ही बिठा कर पढ़ाई कराई जाती है. सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिरकार इतने पुराने स्कूल के बाद अब जमीन दाता के परिजनों ने निर्माण गलत जमीन में करने का आरोप लगा जानवर बांध कर अवैध कब्जा किया जा रहा है जिससे बच्चों को तबेले में जमीन के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर होना पड़ रहा है.

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