Lata Mangeshkar: जब लता मंगेशकर ने कहा- काश! ये मेरा आखिरी जन्म हो
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1090130

Lata Mangeshkar: जब लता मंगेशकर ने कहा- काश! ये मेरा आखिरी जन्म हो

Lata Mangeshkar: लता मंगेशकर ने कहा, 'मैं पुनर्जनम (पुनर्जन्म) में विश्वास करती हूं. फिर भी, जब मैं मर जाऊं तो मैं निश्चित रूप से फिर से जन्म लेने की इच्छा नहीं रखती हूं.'

(फाइल फोटो)

Lata Mangeshkar: लता मंगेशकर सिर्फ नाम ही काफी था, जिसने ना सिर्फ अपनी सुरीली आवाज से सुरों की दुनिया पर राज किया बल्कि अपने मुधर गीतों से सबकी आजीवन प्रिय बनीं रही. अद्वितीय क्षमता की धनी लता मंगेशकर भले ही आज हम सबके बीच नहीं है लेकिन अपनी जादुई आवाज के जरिए वो हमेश लोगों के बीच रहेंगी. 

  1. 92 वर्ष की आयु में लता मंगेशकर ने ली अंतिम सांस
  2. लता मंगेशकर के निधन से शोक में डूबा देश

देश के बाहर भी उनके चाहने वालों की संख्या करोड़ों में थी. कई देशों के सरकारें उनके मधुर और कर्णप्रिय गानों पर कायल थी. लेकिन एक इंटरव्यू में लता मंगेशकर ने आपने गीतों और आज के आधुनिक गीतों के बारे में खुलकर बात की थी. उन्होंने कहा था कि 'मैं तब तक गाना जारी रखना चाहूंगी जब तक मेरी आवाज मुझ पर से नहीं उतरती. गायन ही वह सब है जो मैं जानती हूं'.

'आज का बाजार बदल गया है'
लता मंगेशकर ने कहा, 'आज की फिल्मों में संगीत रहा ही नहीं है.' उन्होंने कहा, 'मेरी पीढ़ी का फिल्मी संगीत पूरी तरह से बंद हो गया है. फिल्म निर्माता और संगीतकार मुझसे कहते हैं कि बाजार बदल गया है. युवा पूरी तरह से अलग तरह का संगीत और मनोरंजन चाहते हैं, प्रौद्योगिकी की प्रगति के साथ, सिंथेसाइजर और डिजिटल प्रभावों ने विशेषज्ञ वाद्य यंत्रों और आर्केस्ट्रा बैक-अप समर्थन की जगह ले ली है. आज के स्वर अक्सर इतने तूफानी गति वाले होते हैं कि गीत को मुश्किल से समझा जा सकता है. गीतों से मानवीय कारक गायब हो चुका है. मशीन से बनी आवाजें और आवाज को हिलाना सर्वोपरि हो गया है.'

आधुनिक गीतों को लेकर क्या सोचती थी लता?
लता मंगेशकर ने कहा था कि वो आज के संगीत सुनना पसंद नहीं करती है. लेकिन उनका मानना था कि पुराने गीतों के लिए श्रोताओं की संख्या बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा था कि 'पुराने गाने खास थे, और अगर मैं ऐसा कहूं तो बेहतर.'

मुझे अपने कान काटने पड़ेंगे..
जब उनसे सवाल किया गया कि क्या वो संगीत बिल्कुल नहीं सुनती है तो उनका जवाब था, 'नहीं, नहीं, उस अवस्था में आने के लिए मुझे अपने कान काटने पड़ेंगे. जब भी मेरा मन ठीक नहीं होता है तो, मैं मेहदी हसन और गुलाम अली की गजलें और बड़े गुलाम अली खान और उस्ताद आमिर खान के शास्त्रीय गायन सुनती हूं.'

लता मंगेशकर को किससे था प्यार?
वहीं जब उनसे सवाल किया गया कि क्या उन्हें कभी प्यार हुआ है तो उन्होंने कहा, 'मैंने अपने सिर्फ काम और परिवार से प्यार किया है.'

मुझे भगवान दोबारा जन्म ना दें...
एक सवाल में उनसे पूछा गया कि अगर आपको एक इच्छा दी जाए, तो आप क्या मांगेंगी? तो उन्होंने कहा, 'मैं पुनर्जनम (पुनर्जन्म) में विश्वास करती हूं. फिर भी, जब मैं मर जाऊं तो मैं निश्चित रूप से फिर से जन्म लेने की इच्छा नहीं रखती हूं. मुझे भगवान दोबारा जन्म नहीं दे तो अच्छा है. एक जीवन भर काफी है.'

ये भी पढ़ें-Lata Mangeshkar: पीएम मोदी बोले-असीम पीड़ा में हूं,तो हेमंत सोरेन ने कही ये बात

Trending news