Bihar News: परिजनों ने आरोप लगाया है कि भोजपुर पुलिस के दबाव से पीड़ित नाबालिग का बयान बदला जा रहा है. पीड़िता को महिला थानाध्यक्ष अंशु कुमारी के द्वारा बयान बदलने के लिए बार-बार टॉर्चर किया जा रहा है.
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Bihar Crime News: बिहार के भोजपुर में लोजपा नेता की नाबालिग बेटी से गैंगरेप के मामले में पुलिस अभी तक खाली हाथ है. घटना के 2 दिन बीत चुके हैं लेकिन पुलिस को अपराधियों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. पुलिस की नाकामी की वजह से इलाके के लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है. नाराज लोगों ने सड़क पर जाम लगाकर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इतना ही नहीं लोगों ने भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव पर पीड़िता का बयान बदलने का आरोप लगाया है.
परिजनों ने आरोप लगाया है कि भोजपुर पुलिस के दबाव से पीड़ित नाबालिग का बयान बदला जा रहा है. पीड़िता को महिला थानाध्यक्ष अंशु कुमारी के द्वारा बयान बदलने के लिए बार-बार टॉर्चर किया जा रहा है. इससे नाराज परिजनों ने आरा शहर का मुख्य बाजार जाम कर दिया. बता दें कि गुरुवार (1 फरवरी) की रात को तकरीबन 8-10 बदमाश लोजपा नेता के घर में घुसे थे. उन्होंने हथियार की दम पर परिजनों को डराया-धमकाया और घरवालों की आंखों के सामने से उनकी नाबालिग बेटी को उठाकर ले गए थे.
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घटना के वक्त लोजपा नेता घर पर नहीं था. उसकी पत्नी, नाबालिग बेटी और बेटा ही घर पर मौजूद थे. परिवार को लड़की बेहोश हालात में एक खेत में मिली. उसके कपड़े फटे हुए थे. पीड़िता पिता ने बताया कि वो घर से अपने बड़े बेटे के साथ गांव में एक शादी समारोह में गए थे. बच्ची अपनी मां और एक छोटे भाई के साथ घर में थी. इसी दौरान गांव के आठ से दस की संख्या में आए बदमाश जबरदस्ती घर में घुस गए. बदमाशों ने उनकी पत्नी से मारपीट की. कहा कि तुम लोगों की सरकार आ गई है फिर भी हम लोगों का कोई भी कुछ नहीं कर सकता.
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पीड़िता के पिता ने महिला थाना में धीरज यादव, चंदन यादव वन, विशाल यादव,चंदन यादव टू, प्रिंस यादव एवं रोहित के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी कराई है. पिता ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि घर पर आए आरोपित परिवार को धमकी दे रहे थे कि पार्टी से जुड़े हो और विधायक का रिश्तेदार बनते हो बता देंगे. वहीं पीड़ित परिवार ने भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार यादव पर पीड़िता का बयान बदलने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि आरोपी यादव समाज से होने के कारण एसपी उन्हें बचाना चाहते हैं.