Economic and Cyber Crime : बिहार के पास आर्थिक अपराध में घटित चार्जशीट दर का आंकड़ा है, जो कि राष्ट्रीय औसत के मुकाबले 82.70 फीसदी है. यह साबित करता है कि हालांकि आर्थिक अपराधों की संख्या बढ़ी हो सकती है, इसमें चार्जशीट दायर करने की दर अच्छी नहीं है.
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Economic and Cyber Crime : बिहार में अपराध के क्षेत्र में एक चिंहित बदलाव आया है और यह आंकड़े यह दिखा रहे हैं कि यहां आर्थिक और साइबर अपराध में वृद्धि हो रही है. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार बिहार देश के टॉप-10 राज्यों में आर्थिक अपराधों में छठे और साइबर अपराधों में सातवें स्थान पर है.
आर्थिक अपराधों की संख्या में बिहार ने अपनी पिछली रिकॉर्ड को भी छूना है, जो एक चिंहित बढ़ोतरी का परिचायक है. यहां कुल 10,674 आर्थिक अपराध के मामले दर्ज किए गए हैं, जो बिहार को राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल के बाद सबसे अधिक अपराधों की संख्या में ला रहा है. इसमें पिछले साल की तुलना में 2,710 औरत से ज्यादा दर्ज किए गए मामले शामिल हैं. इसके अलावा बिहार के पास आर्थिक अपराध में घटित चार्जशीट दर का आंकड़ा है, जो कि राष्ट्रीय औसत के मुकाबले 82.70 फीसदी है. यह साबित करता है कि हालांकि आर्थिक अपराधों की संख्या बढ़ी हो सकती है, इसमें चार्जशीट दायर करने की दर अच्छी नहीं है.
इसके अलावा बिहार में साइबर अपराध के मामले भी बढ़ रहे हैं, जो कि पिछले वर्ष की तुलना में 1,621 मामलों को दर्ज कर दिया गया है. बिहार ने इस दौरान साइबर अपराधों में सातवें स्थान पर रहा है, जो एक चिंहित वृद्धि का प्रतीक है. यहां तमिलनाडु को सबसे अधिक साइबर अपराधों के मामलों की रिपोर्ट की गई है, और इसके बाद तेलंगाना, कर्नाटक, यूपी, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश आते हैं.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में महिला और बच्चों के खिलाफ अपराध दर में कमी है, जो राष्ट्रीय औसत के साथ मिलाकर लगभग आधी है. महिला अपराध दर में बिहार का स्थान 23वां है, जबकि बच्चों के खिलाफ अपराध दर में यह 25वें स्थान पर है. इसमें कुल राष्ट्रीय औसत के साथ मिलाकर लगभग आधी की कमी है.
बिहार में महिलाओं के खिलाफ अपराध दर 33.5 है, जो राष्ट्रीय औसत से कम है, लेकिन इसके बावजूद, यह वाणिज्यिक राज्यों में है. महिलाओं के खिलाफ सबसे अधिक अपराध दर वाले पांच राज्यों में हरियाणा, तेलंगाना, राजस्थान, ओडिशा और आंध्र प्रदेश शामिल रहे हैं. बच्चों के खिलाफ अपराध दर में बिहार का स्थान 17.1 है, जो राष्ट्रीय औसत से कम है, लेकिन इसमें भी अगले पांच राज्यों में कमी है. इस दौरान, सिक्किम, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और केरल सबसे अधिक बच्चों के खिलाफ अपराध दर के मामले रिपोर्ट किए गए हैं.
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