17 जून को दरभंगा जंक्शन पर हुए पार्सल धमाके को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. 30 जून को सीपीआई माले की जांच कमिटी दरभंगा पहुंची.
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Darbhanga: 17 जून को दरभंगा जंक्शन पर हुए पार्सल धमाके को लेकर अब सियासत तेज हो गई है. 30 जून को सीपीआई माले की जांच कमिटी दरभंगा पहुंची. इस कमिटी में माले के दो विधायक भी मौजूद रहे. जांच के दौरान दोनों विधायकों ने संबंधित अधिकारियों से बात की.
इस दौरान सीपीआई माले के विधायक मनोज मंजिल (MLA Manoj Manzil) ने कहा कि ब्लास्ट के पीछे बीजेपी और संघ की साजिश है, जो यूपी चुनाव में इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में है. सीपीआई माले विधायक ने कहा कि जानबूझकर एक समुदाय विशेष को टारगेट किया जा रहा और इसका इस्तेमाल यूपी चुनाव में बीजेपी करेगी.
जिसके बाद पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता अखिलेश सिंह (BJP spokesperson Akhilesh Singh) ने कहा कि माले के लिए विधायक बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं. बीजेपी के अनुसार ऐसे बयान देकर सीपीआई माले देशद्रोही जैसे काम कर रहे हैं.
हालांकि, माले के बयान से महागठबंधन के घटक दल, RJD और कांग्रेस दोनों साथ हैं. आरजेडी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि बीजेपी एक समुदाय विशेष को निशाने पर ले रही है. माले ने जो बयान दिया है, वो बिल्कुल सही है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता कौकब कादरी ने कहा कि धमाके की जांच चल रही है. ऐसे में अभी कुछ कहना जल्दबाजी है. हालांकि बीजेपी धमाके के मामले में राजनीति कर रही है.
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वहीं JDU ने दरभंगा धमाके को लेकर माले के आरोपों से किनारा कर लिया है। JDU प्रवक्ता निखिल मंडल के मुताबिक, इस धमाके के पीछे जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल तो पार्सल ब्लास्ट मामले की जांच NIA की टीम कर रही है. जांच के कई एंगल खंगाले जा रहे हैं। पर अभी तक साफ नहीं हुआ है कि इस धमाके के पीछे किसका हाथ है.
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