Bokaro Corona Vaccination news: बोकारो के पिंद्राजोरा पंचायत में वैक्सीनेशन सेंटर पर बुधवार को टीका लगवाने के लिए एक भी लोग नहीं आए. इस बारे में सूचना मिलते ही सिविल सर्जन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान दिए बिना वैक्सीन लगवाने की अपील की.
Trending Photos
Bokaro: झारखंड में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले को कम करने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन के आधार पर प्रदेश के सभी जिले के पदाधिकारियों को वैक्सीनेशन प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया है. लेकिन, बोकारो समेत प्रदेश के कई जिला से यह खबर सामने आ रही है कि स्थानीय लोग वैक्सीन लगवाने से डर रहे हैं.
यही वजह है कि बोकारो के कई वैक्सीनेशन सेंटर पर या तो कम लोग वैक्सीन लगवाने के लिए गए या फिर कई जगहों पर तो एक भी लोग वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पर नहीं गए. कई पंचायतों से इस तरह की खबर सामने आने के बाद बोकारो सिविल सर्जन डॉ अशोक पाठक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन का डोज हर सेंटर में मौजूद है. ऐसे में लोग वैक्सीन लें और किसी तरह की अफवाहों पर ना ध्यान दें. उन्होंने कहा कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है.
दरअसल, बोकारो जिले के पिंद्राजोरा के पंचायत भवन में बनाए गए वैक्सीनेशन सेंटर में बुधवार को एक भी लोगों ने नहीं लगावाया. वैक्सीन लगाने गई मेडिकल टीम एक भी लोगों को यहां पर वैक्सीन लगाए बिना शाम में वापस लौट आई. वैक्सीनेशन करने के लिए गए कर्मचारियों ने बताया कि बुधवार को सेंटर पर मात्र चार ही लोग वैक्सीन लगवाने के लिए सेंटर पहुंचे थे. लेकिन, इन्हें भी वैक्सीन नहीं दिया जा सका.
ऐसा इसलिए क्योंकि वैक्सीन के एक भाईल में 10 वैक्सीन होते हैं और चार लोगों के लिए भाईल खोलने पर बाकी 6 वैक्सीन बर्बाद हो जाता. शाम तक टीम ने अन्य लोगों के आने का इंतजार किया लेकिन किसी पांचवे व्यक्ति के नहीं आने पर कर्मचारी बिना वैक्सीन लगाए लौट आए.
वैक्सीनेशन सेंटर में मौजूद एएनएम रीता कुमारी ने बताया कि 24 मार्च को इसी सेंटर में 120 लोगों को वैक्सीन दिया गया था, जिसमें एक 80 वर्षीय वृद्ध व्यक्ति को भी वैक्सीन दिया गया था. इस वृद्ध शख्स की कुछ दिनों बाद ही किसी कारण मौत हो गई. इसी घटना के बाद लोगों में वैक्सीन को लेकर गलतफहमी की वजह से भय का माहौल पैदा हो गया.
एएनएम का कहना है कि वृद्ध शख्स की मौत का वैक्सीन से कोई ताल्लुक नहीं है लेकिन फिर भी अफवाह की वजह से लोग वैक्सीन लगवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. वहीं मृतक के परिजनों ने भी बताया कि हमारे पिता के अलावा घर के अन्य सदस्यों ने भी वैक्सीन लिया था, लेकिन किसी को भी कुछ नहीं हुआ है और सभी का कोरोना वायरस संक्रमण रिपोर्ट भी नेगेटिव है.
साथ ही बुजुर्ग के पुत्र अजय ने कहा कि मेरे पिता की मौत हृदयाघात से हुई है वैक्सीन लगाने के बाद मौत की बात गलत है. वहीं, इस मामले में सिविल सर्जन डॉ अशोक पाठक ने कहा है कि यहगलतफहमी है वैक्सीनेशन से किसी की मौत हुई है. ऐसे में लोगों को जागरूक करने का काम किया जाएगा.
(इनपुट- मृत्युंजय मिश्रा)