Ashwagandha Benefits: घोड़े जैसा स्टेमिना चाहिए तो खाइए अश्वगंधा, जानें इसके बेहतरीन फायदे
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1776791

Ashwagandha Benefits: घोड़े जैसा स्टेमिना चाहिए तो खाइए अश्वगंधा, जानें इसके बेहतरीन फायदे

अश्वगंधा एक प्रकार की जड़ी बुटी है, जो हेल्थ के लिए बहुत ही लाभदायक है. यह कई बीमारियों से निजात दिलाने में मदद करता है. इसमें ब्लड शुगर लेवल कम करने से लेकर, गठिया, अस्थमा, तनाव जैसे कई रोगों  में को ठीक करने में मदद करता है. इसमें कई ऐसे गुण हैं जिनको जानकर आप हैरान हो जाएंगें.

 

Ashwagandha Benefits: घोड़े जैसा स्टेमिना चाहिए तो खाइए अश्वगंधा, जानें इसके बेहतरीन फायदे

Ashwagandha Benefits: सामान्य तौर पर अश्वगंधा के बारे में लगभग सभी लोग जानते होंगे. अश्वगंधा एक प्रकार की जड़ी-बूटी है, जिसका उपयोग कई प्रकार के बीमारियों से राहत पाने के लिए किया जाता है. अश्वगंधा हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है. यह ब्ल़ड शुगर लेवल को कम करता है. स्ट्रेस और चिंता को कम करने के साथ ही यह पुरुषों के प्रजनन क्षमता को भी बढ़ाता है. इसके साथ ही यह गठिया, अस्थमा और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है. आइए जानते हैं औषधीय गुणों से युक्त अश्वगंघा के फायदे के बारे में- 

स्ट्रेस और चिंता को कम करता है
अश्वगंधा शायद अपने तनाव से निजात दिलाने के गुणों के लिए जाना जाता है. कई अध्ययनों से इसके फायदे के बारे में पता चला है कि यह स्ट्रेस लेवल को कम करता है.

ब्लड शुगर लेवल कम करता है
अश्वगंधा का इस्तेमाल मधुमेह के इलाज के लिए किया जाता है. एक शोध अनुसार अश्वगंधा की जड़ों और पत्तियों में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स का इस्तेमाल डायबिटीज को ठीक करने के लिए किया जाता है. इस शोध से यह निष्कर्ष निकाला गया कि अश्वगंधा में एंटीडायबिटिक और एंटीहाइपरलिपिडेमिक गुण होते हैं जो ब्लड शुगर के लेवल को काफी कम कर देते हैं.

कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करता है
अश्वगंधा की जड़ों में एंटी इन्फ्लैमटॉरी और एंटी.ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जिसके कारण यह दिल से जुड़ी बीमारियों में फायदेमंद साबित होता है. अश्वगंधा का सेवन करने से हार्ट की मांसपेशयां मजबूत होती हैं. साथ ही बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का लेवल नियंत्रित होता है.

गठिया रोग से राहत दिलाता है
अश्वगंधा को पेनकिलर के रूप में भी जाना जाता है. अश्वगंधा में एंटी इन्फ्लैमटॉरी मौजूद होता है, जिसकी वजह से इसका इस्तेमाल गठिया के इलाज में किया जाता है.

डिस्क्लेमर- यह जानकारी सामान्य अध्ययन पर आधारित है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.

ये भी पढ़े- Breast Cancer Signs and Symptoms: अगर आपमें दिख रहे हैं ये बदलाव, हो सकते हैं ब्रेस्ट कैंसर के शिकार

 

Trending news