बिहार के आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी में इसरो स्थापित करेगी सेंटर ऑफ एक्सलेंस
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बिहार के आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी में इसरो स्थापित करेगी सेंटर ऑफ एक्सलेंस

बिहार का आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय जिसकी स्थापना विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में नई तकनीक को बढ़ावा देने के लिए गई थी.

बिहार के आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी में इसरो सेंटर ऑफ एक्सलेंस स्थापित करेगी.

प्रीतम पांडेय/पटनाः बिहार का आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय जिसकी स्थापना विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में नई तकनीक को बढ़ावा देने के लिए गई थी. धीरे-धीरे ही सही बिहार सरकार का ये सपना पूरा होने जा रहा है. दरअसल, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केन्द्र (इसरो) आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में सेंटर ऑफ एक्सलेंस की स्थापना करने जा रहा है. 

विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान करने वाले छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया जा रहा है. वहीं, एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराना जहां विज्ञान के छात्र बिना किसी सरकारी रूकावट के अपना रिसर्च और नई तकनीक को दुनिया के सामने पेश कर सके. 

आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्याल के मुताबिक, इसरो से सेंटर ऑफ एक्सलेंस के लिए दो बार बातचीत पूरी हो चुकी है. और यहां सेंटर ऑफ एक्सलेंस खुलने की पूरी उम्मीद है. कुलपति अरुण कुमार अग्रवाल के मुताबिक, इसरो के वैज्ञानिक और फेकल्टी छात्रों को अपने अनुभव यहां के छात्रों के साथ शेयर करेंगे. आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के छात्रों को कुछ प्रोजेक्ट और रिसर्च वर्क दिए जाएंगे. जिसके लिए मदद इसरो करेगा. 

दरअसल, इसरो पूरे भारत में उन चुनिंदा जगहों की तलाश कर रहा है जहां के छात्र साइंस को लेकर जागरूक हो और उसे सेंटर ऑफ एक्सलेंस के लिए 10 हजार वर्ग स्कवॉयर फीट जगह मिले. आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ये दोनों जरूरतें पूरी कर रहा है. 

मीठापुर में स्थित नए बनी इस यूनिवर्सिटी के एकेडमिक ब्लॉक के तीसरे फ्लोर पर इसकी स्थापना होनी है. इसरो 2 करोड़ रुपये का निवेश सेंटर ऑफ एक्सलेंस पर करेगा. बिहार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में रूचि रखने वाले छात्र अब सेंटर ऑफ एक्सलेंस के खुलने की प्रतीक्षा में हैं. 

सेंटर ऑफ एक्सलेंस के लिए आर्य़भट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय का चुनाव ही क्यों

1- बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने इस विश्वविद्यालय की स्थापना ही पारंपरिक यूनिवर्सिटी से हटकर विज्ञान और अनुसंधान के लिए की थी. यहां नैनो साइंस की पढ़ाई होती है और पूरे भारत में नैनो साइंस की पढ़ाई वाले चुनिंदा संस्थान में आर्यभट्ट शामिल है.

2- आर्य़भट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय की नई बिल्डिंग पूरी तरह भारत की आधुनिक यूनिवर्सिटी के मापदंडों के लिहाज से फीट है जहां रिसर्च के छात्रों के लिए पूरी सुविधा उपलब्ध है.

3- सेंटर ऑफ एक्सलेंस के लिए 10 हजार वर्ग स्कव़ॉयर फीट की जगह यूनिवर्सिटी देने के लिए तैयार है.

4 -यहां कुछ प्रोजेक्ट्स छात्रों को दिए जाएंगे...जिसे पूरे कराने में इसरो मदद करेगा. मेक इन इंडिया की तर्ज पर काम होगा. विज्ञान के छात्र भी इस पहल का स्वागत कर रहे हैं.