जमशेदपुर: गरीब छात्र-छात्राओं के लिए खुली 30 लाइब्रेरी, IAS अधिकारी ने Book Bank शुरू करने का किया ऐलान
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जमशेदपुर: गरीब छात्र-छात्राओं के लिए खुली 30 लाइब्रेरी, IAS अधिकारी ने Book Bank शुरू करने का किया ऐलान

Jamsedpur News: पश्चिम सिंहभूम में गरीब छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में अब कोई बाधा नहीं आएगी. उपायुक्त ने इसके लिए विशेष पहल की है, जिसके तहत बच्चों को किताब और नेट की सुविधा मुहैया कराई जाएगी.

IAS अधिकारी सूरज कुमार ने शुरू किया बुक बैंक

Jamsedpur: जमशेदपुर में गरीब बच्चों को पढ़ने में किसी तरह की पेरशानी न हो, इस बात को लेकर उपायुक्त ने एक सराहनीय पहल की है. इसके तहत गरीब बच्चों को जिनके पास पढ़ने के लिए किताब और इंटरनेट नहीं है, उन्हें अब ये सभी चीजें मुफ्त मिलेंगी. दरअसल, उपायुक्त सूरज कुमार (Deputy Commissioner Suraj Kumar) का सपना है कि जिले के सभी बच्चे पढ़कर तरक्की करें.

उपायुक्त का सपना
जमशेदपुर शहर के स्थानीय निवासी सूरज कुमार अब पढ़ लिख कर खुद जिले के उपायुक्त बने गए है. उनका सपना है कि आने वाले दिनों मे पूर्वी सिंहभूम जिले के बच्चे पढ़ लिख कर बड़े अधिकारी बनें. इसके लिए किसी तरह की अड़चन न आए, लिहाजा उन्होंने इसके लिए एक पहल की है. इस अभियान के तहत शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को विशेष ध्यान दिया जा रहा है. जहां पूरे ग्रामीण क्षेत्र मे लगभग 30 लाइब्रेरी (library) की व्यवस्था की गई है, जहां बच्चों को पढ़ने के लिए किताब के साथ नेट भी मुफ्त दिया जा रहा है.

बढ़-चढ़कर लोग ले रहे हैं हिस्सा
इसके लिए विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है. उपायुक्त के आदेश के बाद शहर के तीनों नगर निकाय कार्यालय मे बुक बैंक खोला गया है. मोबाइल नंबर जारी कर शहर के लोगो को इस बैंक में किताब जमा करवाने की अपील की जा रही है. उपायुक्त के इस पहल से बड़ी संख्या में लोग जुड़ भी रहे हैं. रोजाना बड़ी संख्या में लोग पुरानी किताबों को इन बुक बैंकों मे जमा करवा रहे हैं. लोगों का कहना है कि घरों में पड़े किताब रखे-रखे खराब हो रहे हैं लेकिन इसे बुक बैंक में जमा करवाने से ये दूसरों के काम आ सकेंगी.

बनाए जा रहे हैं नए बुक बैंक
बड़ी संख्या में लोगों की सहभागिता को देखते हुए शहर के सभी सरकारी कार्यालय और बाजार के साथ भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जगह जगह बुक बैंक बनाया जा रहा है, जिसमें  लोग आसानी से अपनी किताबों को यहां जमा करा सकें.

(इनपुट- राजेंद्र मालवीय)

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