धनबाद के झरिया के आसपास रहने वाले अग्नि प्रभावित भू-धसान क्षेत्रों के हजारो परिवार की जान जोखिम में है. झरिया में अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में आए दिन भू-धसान, गैस रिसाव और जमींदोज जैसी घटना होती रहती है.
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Dhanbad: धनबाद के झरिया के आसपास रहने वाले अग्नि प्रभावित भू-धसान क्षेत्रों के हजारो परिवार की जान जोखिम में है. झरिया में अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में आए दिन भू-धसान, गैस रिसाव और जमींदोज जैसी घटना होती रहती है. झरिया शहर के बीचो बीच इंद्रा चौक के पास 2017 में पिता- पुत्र जमींदोज हो गया था.
वहीं, पिछले साल दिसंबर में एक महिला जमींदोज हो गई थी. वहीं एक बार धरती से जिस तरह से आग निकल रही है, उससे लोग काफी घबराए हुए हैं. इसके बाद भी वो इस आग के बीच रहने को मजबूर है. धनबाद डीसी संदीप सिंह ने बताया कि खतरनाक क्षेत्रों और पूर्व में जहां जमींदोज जैसी घटना घट चुकी है है. उन जगहों को चिन्हित किया गया है. इसके अलावा बीसीसीएल के सभी जीएम से जोखिम वाले जगह की सूची बनाकर सौंपने को कहा है. उन्होंने आगे कहा कि खतरनाक क्षेत्र में रह रहे परिवार को दूसरे जगह पर रखा जाएगा.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि जेआरडीए का काम खतरनाक क्षेत्र में रह रहे लोगों को पहले पुनर्वास करना है. ऐसे में ऑउट सोर्सिंग के लिए जमीन खाली करने के लिए लोगों को भी सुरक्षित वाले जगह पर रखना होगा.
अग्नि प्रभावित क्षेत्र बस्ताकोला, ईस्ट भगतडीह, राजपुर, घनुडीह ,तीसरा कुमाजा , लोदना मोहरीबांध जैसे खतरनाक स्थानों में रहने वालों लोगों का कहना है कि बीसीसीएल हमे हटाने के लिए सिर्फ हमसभी को सुरक्षित स्थान जाने के लिए कहती है और दीवार में लिख देती है कि यह असुरक्षित क्षेत्र है, यहां रहना खतरे से खाली नहीं है. बीसीसीएल अगर स्थानीय लोगों को आवास आवंटित कर तो हम दूसरी जगह पर जा सकते हैं. लेकिन बीसीसीएल इस मामले पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है. अगर कोई बड़ी घटना घटित होती है, तो इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन और बीसीसीएल होगा.
(इनपुट:नीतेश कुमार)