Khelo India Youth Games 2022: गुमला में नक्सलियों ने पिता की हत्या, बेटी ने खोलो इंडिया में जीता स्वर्ण पदक
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Khelo India Youth Games 2022: गुमला में नक्सलियों ने पिता की हत्या, बेटी ने खोलो इंडिया में जीता स्वर्ण पदक

Khelo India Youth Games 2022: हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम की नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में सुप्रीति ने 9 मिनट 40 सेकंड में तीन हजार मीटर दौड़ लगाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इस जीत के बल पर उन्होंने अंडर 18 वर्ग में एक नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है.

Khelo India Youth Games 2022: गुमला में नक्सलियों ने पिता की हत्या, बेटी ने खोलो इंडिया में जीता स्वर्ण पदक

रांचीः Khelo India Youth Games 2022: बुलंद हौसला हो तो बड़ी से बड़ी जीत हासिल की जा सकती है. यह साबित कर दिखाया है रांची के गुमला जिले की रहने वाली एथलीट सुप्रीति कच्छप ने. सुप्रीति ने हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया युथ गेम्स 2022 में हिस्सा लेकर नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन हजार मीटर दौड़ को नौ मिनट 40 सेकंड में पूरा कर पहला स्थान प्राप्त किया. सुप्रीती के स्वर्ण पदक जितने पर गांव में खुशी की लहर है. बता दें नक्सलियों ने 21 साल पहले सुप्रीति के पिता की हत्या कर दी थी.

नक्सलियों ने पिता की कर दी थी हत्या, मां ने पाल-पोसकर किया बढ़ा 
सुप्रीति ने बताया कि 21 साल पहले पिता को नक्सलियों ने हत्या कर दी थी. परिवार के पालन पोषण की सारी जिम्मेदारी मां बालमइत देवी के कंधों पर आ गई थी. मां जैसे-तैस परिवार का पालन पोषण के साथ मुझे खेल जगत में आगे बढ़ाने में हर कदम पर साथ दिया. आज मां की बदौलत ही झारखंड के लिए दौड़ में स्वर्ण पदक जीतकर ला पाई हूं. आज पिताजी जिंदा होते तो उन्हें भी अपनी बैटी पर बहुत गर्व होता.

9 मिनट 40 सेकंड में लगाई तीन हजार मीटर दौड़
हरियाणा के पंचकुला में आयोजित खेलो इंडिया यूथ गेम की नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2022 में सुप्रीति ने 9 मिनट 40 सेकंड में तीन हजार मीटर दौड़ लगाकर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इस जीत के बल पर उन्होंने अंडर 18 वर्ग में एक नया रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है. इससे पहले यह रिकॉर्ड सीमा कुमारी के नाम था, जो 2017 में 9 मिनट 50 सेकंड में दौड़ पूरी कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था. सुप्रीति की सफलता में झारखंड को स्वर्ण पदक दिलाने के बाद पूरे गुमला जिला वासियों में खुशी की लहर है. सुप्रीति और उसकी मां बालमइत देवी को बधाई एवं शुभकामना दे रहे हैं. 

विद्यालय में पढ़ाई के साथ खेल की ओर बढ़ा रुझान
सुप्रीति ने बताया कि विद्यालय में पढ़ाई के साथ खेल के प्रति रुझान शुरू हुआ. जब दौड़ लगाने का अभ्यास शुरू किया था तो वह महज 14 वर्ष की थी. विद्यालय में पढ़ाई पूरी होने के बाद संत पात्रिक हाई स्कूल गुमला में नामांकन के उपरांत अपने दौड़ के अभ्यास को और तेज किया. जिसके बदौलत आज झारखंड को स्वर्ण पदक दिलाया.

अंडर 20 वर्ल्ड कप में हुआ चयन
सुप्रीति ने बताया कि अंडर 20 वर्ल्ड कप चैंपियनशिप के लिए चयन हो गया है. यह प्रतियोगिता दो अगस्त से सात अगस्त तक कोलंबिया में होगी. इस वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए सुप्रीती अभी से ही तैयारी में लग गई है.

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