धनबाद का भूली नगर एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक नगरी के नाम से जाना जाता है. करीब 20 हजार से अधिक आबादी यहां रहती है. जिला प्रशासन ने 10 वर्ष पूर्व यहां पानी की टंकी का निर्माण करा चुकी है लेकिन टंकी के निर्माण पूरा होने के बाद भी अब तक यहां से पानी सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है.
Trending Photos
धनबाद : कोयले के लिए पूरे देशभर में जाना जानेवाला झारखंड के धनबाद शहर के लोग आजकल पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे है. पानी की समस्या को लेकर यहां के पूर्व पार्षद फिल्म शोले के धर्मेंद्र बन गए हैं और अपनी बसंती के लिए पानी की टंकी पर चढ़ कर प्यार का इजहार कर रहे हैं. पूर्व पार्षद महोदय पानी की समस्या के निदान के लिए 100 फीट ऊंचे पानी की टंकी पर चढ़कर धरना दे रहे हैं और समस्या के निदान की मांग कर रहे हैं.
एशिया के सबसे बड़े श्रमिक कॉलोनी भूली नगर में शुरू हुआ यह अनोखा धरना
एशिया के सबसे बड़े श्रमिक कॉलोनी धनबाद के भूली नगर में बने जलमीनार से लगभग 10 साल बाद भी पानी की सप्लाई शुरू नहीं होने के विरोध में भूली वार्ड 15 के पूर्व पार्षद रंजीत कुमार बिल्लू का पानी टंकी के ऊपर पांच दिवसीय धरना शुरू हो गया है. सुबह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम जिसकी घोषणा के अनुसार बिल्लू बी ब्लॉक पानी टंकी पर चढ़ गए और सरकार से पानी की समस्या के निदान की मांग करते रहे. वहीं पूर्व पार्षद के समर्थन में स्थानीय लोग भी टंकी के नीचे धरने पर बैठ गए हैं.
ये भी पढ़ें- निरहुआ ने ढहाया सपा का किला, आजमगढ़ से भाजपा की दर्ज कराई जीत
मौके पर पहुंची प्रशासन की टीम
इस दौरान मजिस्ट्रेट के साथ प्रशासन की टीम भी उन्हें रोकने आयी थी लेकिन बिल्लू पहले से ही टंकी पर चढ़ चुके थे. मजिस्ट्रेट की तरफ से उन्हें उतरने को भी कहा गया लेकिन बिल्लू ने कहा कि जबतक उन्हें सक्षम अधिकारी आकर बातचीत कर इस समस्या के निदान को लेकर आश्वस्त नहीं करेंगे वो धरना जारी रखेंगे.
धनबाद का भूली नगर एशिया की सबसे बड़ी श्रमिक नगरी के नाम से जाना जाता है. करीब 20 हजार से अधिक आबादी यहां रहती है. जिला प्रशासन ने 10 वर्ष पूर्व यहां पानी की टंकी का निर्माण करा चुकी है लेकिन टंकी के निर्माण पूरा होने के बाद भी अब तक यहां से पानी सप्लाई शुरू नहीं हो पाई है. इसी से नाराज लोगों ने मिलकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ इस धरने की शुरुआत की है.