Lok Sabha Chunav 2024: नीतीश 72...सम्राट...114...तेजस्वी 251 चुनावी सभा के साथ सबसे आगे, बिहार में रहा रैलियों का रेला
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Lok Sabha Chunav 2024: नीतीश 72...सम्राट...114...तेजस्वी 251 चुनावी सभा के साथ सबसे आगे, बिहार में रहा रैलियों का रेला

Lok Sabha Chunav 2024: सम्राट चौधरी ने भी इस चुनाव में जमकर पसीना बहाया. उन्होंने 114 चुनावी सभाएं कीं और मतदाताओं से एनडीए प्रत्याशी को वोट देने की अपील की. चौधरी 4 अप्रैल को जमुई में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा किया था. इसके बाद 9 अप्रैल को औरंगाबाद में उन्होंने जनसम्पर्क अभियान किया 

सीएम नीतीश,कुमार सम्राट चौधरी और तेजस्वी यादव

Bihar Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में बिहार की आठ सीटों पर मतदान 1 जून को होना है, जबकि मतों की गिनती 4 जून को होगी. इस चुनाव में मुख्य रूप से मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच माना जा रहा है. ऐसे में दोनों गठबंधनों के नेताओं ने मतदाताओं को आकर्षित करने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जमकर चुनावी सभाएं और रोड शो किये. वहीं, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा का जोर जनसंपर्क अभियान पर रहा. दूसरी तरफ तेजस्वी यादव चुनावी रैलियों के मामले में आगे रहे. तेजस्वी यादव ने इस चुनाव में कुल 251 सभाएं कीं और महागठबंधन प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे. दरअसल, ये नेता खुद चुनाव नहीं लड़ रहे थे, इस कारण इन्होंने एनडीए प्रत्याशियों के लिए जमकर पसीना बहाया. 

चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं और राजद पर निशाना साधा. इस बीच, वे कमोबेश अपनी सभाओं में लोगों को यह भरोसा देते दिखे कि वे अब एनडीए छोड़कर नहीं जाएंगे. दूसरी ओर, चौधरी राजद प्रमुख लालू यादव और उनके परिवार पर हमलावर रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 अप्रैल को जमुई लोकसभा क्षेत्र से बिहार में अपने चुनावी अभियान की शुरुआत की थी. जमुई की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मंच साझा किया. 

इसके बाद जब 7 अप्रैल को प्रधानमंत्री ने नवादा में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा की तो उसमें भी नीतीश कुमार ने मंच साझा किया. मुख्यमंत्री ने अपनी चुनावी सभाओं की शुरुआत 12 अप्रैल को नवादा लोकसभा क्षेत्र के वारसलीगंज से की. मुख्यमंत्री के लिए चुनाव प्रचार के लिए विशेष वाहन तैयार करवाया गया था.
मुख्यमंत्री ने एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में महाराजगंज, सीवान, सासाराम, बक्सर, काराकाट, जहानाबाद, आरा, पटना साहिब समेत कई क्षेत्रों में रोड शो भी किये. वैसे, इस चुनाव प्रचार अभियान में मुख्यमंत्री की जुबान भी कई मौकों पर फिसली, जिसको लेकर विपक्षी दलों ने निशाना भी साधा.

इधर, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी इस चुनाव में जमकर पसीना बहाया. उन्होंने 114 चुनावी सभाएं कीं और मतदाताओं से एनडीए प्रत्याशी को वोट देने की अपील की. चौधरी 4 अप्रैल को जमुई में प्रधानमंत्री मोदी के साथ मंच साझा किया था. इसके बाद 9 अप्रैल को औरंगाबाद में उन्होंने जनसम्पर्क अभियान किया और 12 अप्रैल को बेलागंज में चुनावी सभा को संबोधित किया. प्रचार अभियान के अंतिम दिन यानी गुरुवार को उन्होंने बक्सर और सासाराम में रोड शो किये.

वहीं, राजद के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव चुनावी रैलियों के मामले में आगे रहे. तेजस्वी यादव ने इस चुनाव में कुल 251 सभाएं कीं और महागठबंधन प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे. राजद अध्यक्ष लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव इस दौरान कमर दर्द से परेशान भी रहे और इन्हें व्हील चेयर का सहारा लेना पड़ा, लेकिन उन्होंने चुनावी प्रचार से खुद को अलग नहीं किया.

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पिछले 54 दिनों में तेजस्वी ने 251 चुनावी सभाएं कीं. इनकी अधिकांश सभाओं में विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी भी साथ रहे. इस बीच वे करीब सभी लोकसभा क्षेत्रों में पहुंचे और महागठबंधन में शामिल दलों के प्रत्याशियों के लिए वोट मांगे.

इनपुट:आईएएनएस

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