Lok Sabha Election 2024: पश्चिम चम्पारण, लोकसभा सीट (Pashchim Champaran) पर भाजपा का दबदबा है. पिछले तीन बार से भाजपा नेता डॉ. संजय जायसवाल इस सीट पर जीतते आ रहे है. अब चौथी बार डॉ. संजय जायसवाल क्षेत्र में सक्रिय हैं. साल 2009 में प्रकाश झा, निर्दलीय चुनाव लड़े थे और भाजपा के डॉ संजय जायसवाल से चुनाव हार गए थे. वह 47, 343 वोट से चुनाव हारे थे. साल 2009 में डॉ. संजय जायसवाल को 19,8,781 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर प्रकाश झा, निर्दलीय को 1,51,438 मिले थे.
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Pashchim Champaran Lok Sabha Seat: पश्चिम चम्पारण, बेतिया लोकसभा (Pashchim Champaran) क्षेत्र देश की सियासत के साथ बिहार की राजनीति में अपनी अहम भूमिका रखता है. इतिहास के पन्नों में चम्पारण का बेतिया लोकसभा सीट कई ऐतिहासिक तथ्यों को अपने गर्भ में समेटे हुआ है. अंग्रेजी काल में बेतिया राज दूसरी सबसे बड़ी जमींदारी थी. जिसका क्षेत्रफल 1900 वर्ग मिल था. यहां अंग्रेज नील की खेती कराते थे. तीन काठीया कानून भी अंग्रेजों ने यहां लगाया था. वहीं, चम्पारण का यह बेतिया लोकसभा सीट का नाम बेतिया क्यों? पड़ा यह भी बड़ा दिलचस्प है. यहा बेंतो का वन हुआ करता था जिसके वजह से इसका नाम बेतिया हो गया.
पश्चिम चम्पारण लोकसभा (Pashchim Champaran) में 6 विधानसभा सीट आती हैं. 1. बेतिया 2. नौतन 3. चनपटिया 4. रक्सौल 5. सुगौली 6. नरकटिया विधानसभा हैं. फिल्म निर्माता प्रकाश झा भी चम्पारण के ही लाल हैं. उन्होंने दो-दो बार बेतिया लोकसभा सीट से चुनाव में किस्मत आजमाई थी, लेकिन वह असफल रहे. चम्पारण के कई बड़े हस्ती देश के अलग अलग क्षेत्रों में सेवा दे रहे हैं. पश्चिम चम्पारण लोकसभा सीट (Pashchim Champaran) बिहार की राजनीति के साथ देश की सियासत में अपना विशेष महत्व रखता है. अभी वर्तमान में इस लोकसभा से बीजेपी के सांसद डॉ. संजय जायसवाल हैं.
सांसद का नाम- डॉ. संजय जायसवाल, सांसद भाजपा
टोटल मतदाता, 17,41,115
पुरुष मतदाता, 92,7,745
महिला मतदाता, 8,13,310
थर्ड जेंडर, 60
पश्चिम चम्पारण, लोकसभा सीट (Pashchim Champaran) पर भाजपा का दबदबा है. पिछले तीन बार से भाजपा नेता डॉ. संजय जायसवाल इस सीट पर जीतते आ रहे है. अब चौथी बार डॉ. संजय जायसवाल क्षेत्र में सक्रिय हैं. भाजपा का दबदबा कैसे है, इस सीट पर जब आप आंकड़ों को देखेंगे तो आप दंग रह जायेंगे. फ़िल्म निर्माता प्रकाश झा एक बार निर्दलीय तो एक बार जदयू से लड़े थे. दोनों बार भाजपा सांसद डॉ. संजय जायसवाल से हार गए थे. तीसरी बार रालोसपा के बृजेश कुशवाहा चुनाव लड़े थे, जो बुरी तरीके से भाजपा से हारे थे.
साल 2009 में प्रकाश झा, निर्दलीय चुनाव लड़े थे और भाजपा के डॉ संजय जायसवाल से चुनाव हार गए थे. वह 47, 343 वोट से चुनाव हारे थे. साल 2009 में डॉ. संजय जायसवाल को 19,8,781 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर प्रकाश झा, निर्दलीय को 1,51,438 मिले थे.
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साल 2014 में प्रकाश झा जदयू के उम्मीदवार थे. एक लाख दस हजार दो सौ चौवन वोट के अंतर से हारे थे. डॉ. संजय जायसवाल को 3,71,232 मिले थे. प्रकाश झा को 2,60,978 वोट मिले थे. साल 2019 में रालोसपा के उम्मीदवार बृजेश कुशवाहा थे जो बड़े अंतर से चुनाव हारे थे. बृजेश कुशवाहा से 2,93,906 वोट से हारे थे.
पश्चिम चम्पारण लोकसभा सीट पर किस जाति के कितने वोटर
मुस्लिम- तीन लाख 12 हजार करीब
यादव- दो लाख 50 हजार लगभग
वैश्य - दो लाख 50 हजार लगभग
ब्राम्हण- एक लाख 40 हजार,लगभग
कुशवाहा- दो लाख 50 हजार, लगभग
राजपूत,भूमिहार,लाला- 90 हजार,लगभग
पश्चिम चम्पारण लोकसभा सीट (Pashchim Champaran) भले ही दशकों से भाजपा के कब्जे में हैं अन्य राजनितिक दल के भी नेता सांसद बने हैं, लेकिन आज भी यहां कई समस्याएं हैं. चनपटिया का चीनी मिल जो दशकों से बन्द है. बन्द होने से किसान बेहाल हैं रोजगार नहीं है. चनपटिया का स्टील प्लांट जिसे बड़े धूम धाम से सरकार ने खोला, लेकिन वह भी बन्द पड़ा है.
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बात करें साल 2024 लोकसभा चुनाव की तो अभी तक भाजपा को छोड़ किसी भी पार्टी ने इस सीट पर अपनी दावेदारी नहीं की है. किसी भी पार्टी के उम्मीदवार क्षेत्र भ्रमण में नहीं हैं तो दूसरी तरफ भाजपा के सांसद डॉ. संजय जायसवाल ताबड़तोड़ जनसभा जनसंपर्क में लगे हुए हैं. वह दिन रात क्षेत्र भ्रमण कर रहे हैं. चुनाव की तारीख का कभी ऐलान हो सकता है, लेकिन महागठबंधन का कोई उम्मीदवार अभी क्षेत्र में सक्रिय नहीं है. जिससे आकलन लगाया जा रहा है लगातार चौथी बार भाजपा के सांसद डॉ. संजय जायसवाल चुनाव जीत जाए तो कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी.
रिपोर्ट: धनंजय द्विवेदी