Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी में संजय निरुपम के साथ जो हुआ कमोबेश वही बिहार में पप्पू यादव के साथ हो रहा है. संजय निरुपम को पार्टी से बाहर कर दिया गया है अब पप्पू यादव पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है.
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले हर दल में उठापटक जारी है. नेता अपना सियासी करियर देखते हुए उछल-कूद मचा रहे हैं. इस कड़ी में बीते 24 घंटे कांग्रेस पार्टी के लिए काफी मुश्किलों वाले बीते हैं और आने वाला समय भी सही होता नहीं दिख रहा है. बीते 24 घंटे में कांग्रेस को देश के अलग-अलग हिस्सों से तीन बड़े झटके लगे हैं. कांग्रेस अभी बॉक्सर विजेंदर सिंह के सियासी पंच और संजय निरुपम के हमले से उबर भी नहीं पाई थी कि 24 घंटे में गौरव वल्लभ के रूप में ट्रिपल अटैक का सामना करना पड़ गया और चौथा संकट दरवाजे पर दस्तक दे चुका है. अब बिहार में पप्पू यादव ने बगावत कर दी है. उन्होंने महागठबंधन धर्म का पालन नहीं करते हुए पूर्णिया सीट से निर्विरोध अपना नामांकन दाखिल कर दिया है.
नॉमिनेशन भरने के बाद पप्पू यादव ने कहा कि कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है, निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ा. बहुत सारे लोगों ने हमारी राजनीतिक हत्या करने की साजिश की. हमेशा से पूर्णया की जनता ने पप्पू यादव को जात-पात से ऊपर रखा है.सबकी एक ही आवाज है पप्पू और पूर्णिया.मैं INDIA गठबंधन को मजबूत करूंगा, मेरा संकल्प राहुल गांधी हैं. बता दें कि महागठबंधन में पूर्णिया सीट राजद के हिस्से में आई थी, जबकि यहां से कांग्रेस की टिकट पर पप्पू यादव चुनाव लड़ना चाहते थे. उन्होंने लालू यादव से काफी मिन्नतें कीं लेकिन लालू पर कोई असर नहीं हुआ. इसके बाद वह भी अपनी जिद पर अड़े रहे और अब निर्दलीय मैदान में उतर चुके हैं. जबकि इससे पहले कांग्रेस की ओर से पप्पू यादव को सख्त चेतावनी दी गई है कि अपनी जिद छोड़ दें.
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कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा था कि पप्पू यादव कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कोटे में जो 9 सीट आई है उसमें पूर्णिया नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता महागठबंधन की ओर से राजद उम्मीदवार बीमा भारती को जिताएगा. कांग्रेस एमएलसी समीर सिंह ने तो पप्पू यादव को कांग्रेस का नेता मानने से ही इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि पप्पू यादव ने बिहार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आकर प्राथमिक सदस्यता नहीं ली है. हालांकि, आगे उन्होंने कहा कि पप्पू यादव पार्टी के नियम के खिलाफ काम करेंगे तो नियम संगत पार्टी उन पर कार्रवाई करेगी. कहा जा रहा है कि अब कांग्रेस पार्टी पप्पू यादव पर कार्रवाई कर सकती है. अगर ऐसा हुआ तो पप्पू यादव की कथा बिल्कुल महाराष्ट्र के संजय निरुपम जैसी हो जाएगी.
दरअसल, महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से टिकट से संजय निरुपम कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन MVA गठबंधन में ये सीट उद्धव ठाकरे ने अपने पास रख ली. जिसके बाद संजय निरुपम बागी हो गए और कांग्रेस आलाकमान पर ही सवाल उठा रहे थे. उन्होंने कहा था कि मैं ऐसे 'खिचड़ी चोर' (उद्धव गुट का प्रत्याशी) उम्मीदवार का समर्थन नहीं करूंगा. जिसके बाद कांग्रेस ने उनको 6 वर्षों के लिए निष्काषित कर दिया. हालांकि, निरुपम का कहना है कि वह पहले ही इस्तीफा दे चुके थे. अब बिहार में पप्पू यादव का मामला भी समान है. देखना ये होगा कि क्या अब कांग्रेस पप्पू यादव को भी पार्टी से बाहर करेगी.