बिहार: सड़क दुर्घटना में हर साल मारे जाते हैं 6 हजार लोग, सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत
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बिहार: सड़क दुर्घटना में हर साल मारे जाते हैं 6 हजार लोग, सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत

बिहार में रोजाना 20 लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवाते हैं. इसका कारण है व्यक्ति की छोटी सी लापरवाही और सड़क दुर्घटना के बाद सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाना. 

 

इस साल सड़क सुरक्षा सप्ताह की थीम है - 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा'.

प्रीतम कुमार, पटना: 30वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह की सोमवार को बिहार की राजधानी पटना में एक अधिवेशन में शुरुआत हुई. इस अधिवेशन का उद्घाटन परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला, बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, सचिव संजय अग्रवाल ने किया. इस साल सड़क सुरक्षा सप्ताह की थीम है - 'सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा'.

परिवहन विभाग के मुताबिक, बिहार में सालाना 6 हजार लोग सड़क दुर्घटना में मारे जाते हैं. बिहार में रोजाना 20 लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गंवाते हैं. इसका कारण है व्यक्ति की छोटी सी लापरवाही और सड़क दुर्घटना के बाद सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाना.

सोमवार को पटना के अधिवेशन भवन में सड़क सुरक्षा सप्ताह की शुरुआत हुई. परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला ने कहा है कि हेलमेट और सीट बेल्ट लगाकर आप अपनी सुरक्षा खुद कर सकते हैं. आपका जीवन आपसे ज्यादा आपके परिवार के लिए महत्वपूर्ण है. 

परिवहन विभाग के मुताबिक विभाग समय समय पर हेल्मेट ,सीट बेल्ट और गाड़ियों की जांच करता है. इस बार जुलाई 2019 से लेकर दिसबंर 2018 के दौरान ग्यारह लाख सत्रह हजार एक सौ सैतीश वाहनों की जांच हुई..और इससे 2 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया. परिवहन विभाग के मुताबिक, हर साल बिहार में 2 हजार ड्राइवरों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी. औरंगाबाद स्थित ट्रेनिंग सेंटर में फिलहाल 2 हजार चालकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और आगे भी लोगों को ट्रेंड किया जाएगा.