Munger University: बीए पार्ट टू की परीक्षा में खुली सिस्टम की पोल, 1800 छात्रों के लिए आया 1100 प्रश्नपत्र
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Munger University: बीए पार्ट टू की परीक्षा में खुली सिस्टम की पोल, 1800 छात्रों के लिए आया 1100 प्रश्नपत्र

Munger University: मुंगेर विश्वविद्यालय में बीए पार्ट टू की परीक्षा के दौरान कुव्यवस्था का मामला सामने आया है. जहां 1800 छात्रों के लिए 1100 प्रश्नपत्र भेजे गए. वहीं एक बेंच पर 4 परीक्षार्थियों का बैठाया जा रहा है.

मुंगेर विश्वविद्यालय

मुंगेर: मुंगेर विश्वविद्यालय के अधीनस्थ संग्रामपुर प्रखंड  स्थित रामधनी भगत डिग्री कॉलेज इनदिनों बीए पार्ट टू की परीक्षा चल रही है. डिग्री कॉलेज संग्रामपुर में तारापुर और खड़गपुर कॉलेज का परीक्षा केंद्र बनाया गया. 16 अगस्त 2024 से डिग्री कॉलेज में बीए सेमेस्टर 2 की के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्र पर प्रतिदिन हजारों छात्र-छात्र परीक्षा देने के लिए पहुंच रहे हैं. परीक्षा केंद्र पर लगभग 1800 सौ छात्र छात्राओं ने परीक्षा देने के लिए पहुंच रहे हैं लेकिन केंद्र पर बैठने का जगह नहीं रहने के कारण एक ही बेंच और डेस्क पर कहीं चार तो कहीं तीन छात्र-छात्राओं को बैठाया गया था. इतना ही नहीं जगह की कमी के अभाव में डिग्री कॉलेज से सटे सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में भी छात्र-छात्राओं को परीक्षा देने के लिए बैठाया गया था.

विधि व्यवस्था के नाम पर डिग्री कॉलेज में व्यवस्थाएं शून्य है. परीक्षा केंद्र को कंट्रोल करने के लिए डिग्री कॉलेज में कर्मियों की भी कमी देखी गई. जिससे परीक्षार्थियों को कंट्रोल करने में कॉलेज प्रशासन विफल साबित हो रहा है. मंगलवार को परीक्षा केंद्र पर कुल 18 सौ परीक्षार्थियों के लिए मात्र 1100 ही प्रश्न पत्र विश्वविद्यालय से भेजा गया था. ऐसी स्थिति में कॉलेज के द्वारा दो स्टूडेंट के बीच एक प्रश्न पत्र देकर परीक्षा दिलवाया. परीक्षार्थियों के द्वारा विरोध करने के बाद 700 प्रश्न पत्र को प्रिंट करवा कर परीक्षार्थियों के बीच वितरण किया गया और जितना समय प्रिंट करने में लगा इतने  समय अवधि परीक्षार्थियों को अधिक दिया गया.

एक ही बेंच पर चार परीक्षार्थियों को बैठाने से जहां परीक्षार्थियों को पूरे परीक्षा समय अवधि में परेशानियों का सामना करना पड़ा है. वहीं भीषण गर्मी के बीच परीक्षार्थी परेशान नजर आए.स्थानीय  कुसमार पंचायत के पूर्व मुखिया प्रमोद भगत ने कॉलेज के प्राचार्य पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह प्राचार्य की लापरवाही है. कॉलेज में छात्र-छात्राओं से भी मनमाने ढंग से राशि वसूल की जाती है. यहां परीक्षा केंद्र बनाने में भी पैसे का लेनदेन बड़े पैमाने पर होता है. इतना ही नहीं कॉलेज में स्थानीय लोगों को नियुक्त कर परीक्षार्थियों से सांठगांठ  किया जाता है. इस कॉलेज में मात्र 600 परीक्षार्थियों को बैठने की जगह है और 1800 परीक्षार्थियों को परीक्षा दिलाने शिक्षा व्यवस्थाओं के साथ खिलवाड़ करना प्रतीत हो रहा है.

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वहीं इस मामले में विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ अमर कुमार ने बताया कि 27 अगस्त के दूसरी पाली का है. इस तरह की स्थिति की जानकारी मिलने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वहां वैकल्पिक व्यवस्था की गई ताकि छात्रों को परेशानी नहीं हो. कॉलेज के द्वारा पूर्व में जानकारी नहीं देने की वजह से कॉलेज में प्रश्न पत्र की कमी हुई थी लेकिन कॉलेज में प्रिंट करवा कर सभी छात्रों को प्रश्न पत्र मुहैया कराया गया और शांति पूर्ण परीक्षा संचालित हो रहा है.

इनपुट- प्रशांत कुमार

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