गंडक नदी में चंदरपुर प्वाइंट पर फिर टूटा स्टड, लाखों की आबादी में भय और दहशत का माहौल
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गंडक नदी में चंदरपुर प्वाइंट पर फिर टूटा स्टड, लाखों की आबादी में भय और दहशत का माहौल

Bagaha Samachar: स्टड की जो क्षमता है वह साढ़े आठ लाख क्यूसेक पानी का दबाव सहने की है. लेकिन स्टड डेढ़ लाख क्यूसेक पानी पर टूट रहे हैं. जिससे भय दहशत का माहौल बना हुआ है क्योंकि अभी पूरी बरसात बाकी है.

गंडक नदी में चंदरपुर प्वाइंट पर फिर टूटा स्टड. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Bagaha: बगहा के धनहा में गंडक नदी में चंदरपुर प्वाइंट पर स्टड टूटने का सिलसिला जारी है. यहां एक महीने के अंदर तीसरी बार स्टड टूटा है. इससे लाखों की आबादी भय और दहशत में है. अब तक 5 स्टड पानी के दबाव में टूट चुके हैं. वहीं, इस मामले में स्थानीय लोगों ने अधिकारियों पर लापरवाही और ठेकेदारों पर लूट का आरोप लगाया है.

बता दें कि पहली बार स्टड ध्वस्त होने पर माले विधायक वीरेंद्र गुप्ता ने जांच कर सीएम को पत्र लिखा था. फिर JDU विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह और JDU MLC ने भी सीएम को पत्र लिखा था, जिसपर टूटे स्टड की जांच का जिम्मा विजलेंस को सौंपा गया था. जांच चल ही रही थी कि इस बीच दो बार फिर स्टड क्षतिग्रस्त हो गया.

स्टड क्षतिग्रस्त होने से माले विधायक वीरेंद्र गुप्ता, JDU विधायक रिंकू सिंह, JDU MLC भीष्म सहनी और JDU MP सुनील कुमार ने पीपी तटबंध का निरीक्षण किया है. सभी जनप्रतिनिधियों ने जल संसाधन विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि अधिकारियों की लापरवाही से स्टड लगातार टूट रहे हैं. माले विधायक ने सरकार और अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है जबकि एमएलसी भीष्म सहनी ने कहा कि विजिलेंस की टीम ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है और संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी.

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इधर, पीपी तटबंध चंदरपुर प्वाइंट पर 43 स्टड बनाए गए हैं और इसको बनाने में सरकार ने लगभग 15 करोड़ रुपए खर्च किए हैं. लेकिन एक महीने के अंदर तीन बार में पांच स्टड टूट गए. स्टड के क्षतिग्रस्त होने से भितहा के 6 पंचायत की लाखों की आबादी तबाह और बर्बाद हो जाएगी. यूपी का कुशीनगर जिला भी जद में आ जाएगा.1998 ,1999, 2002, 2010, 2012 और 2017 में स्टड टूटने से बांध टूटा था और लाखों की आबादी डूब गई थी. क्षेत्र के लोग इन सालों को याद कर सहमे हुए हैं.

इधर, स्टड की जो क्षमता है वह साढ़े आठ लाख क्यूसेक पानी का दबाव सहने की है. लेकिन स्टड डेढ़ लाख क्यूसेक पानी पर टूट रहे हैं. जिससे भय दहशत का माहौल बना हुआ है क्योंकि अभी पूरी बरसात बाकी है. बरहाल अब देखने वाली बात ये होगी कि आमलोग सहित जनप्रतिनिधियों के आरोप पर जल संसाधन विभाग और सीएम क्या संज्ञान लेते हैं. 

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