भूपेंद्र यादव बोले-समय की मांग 'एक राष्ट्र, एक चुनाव'
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भूपेंद्र यादव बोले-समय की मांग 'एक राष्ट्र, एक चुनाव'

भूपेंद्र यादव कहा ने  कि चुनाव चाहे लोकसभा के हों या विधानसभा के या फिर स्थानीय निकायों के, आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से सरकारें विकास के काम नहीं कर पाती है.

 

 

 

भूपेंद्र यादव ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कि मांग की(फाइल फोटो)

पटना: भाजपा  महासचिव भूपेंद्र यादव (Bhupendra Yadav) ने  कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव (One Nation, One Election) सिर्फ चर्चा का विषय नहीं है, बल्कि यह भारत की जरूरत भी है. देश में हर कुछ माह में कहीं न कहीं बड़े चुनाव होते रहते हैं, जिसके कारण विकास के कार्य बाधित होते हैं साथ ही इसमें बहुत सारा खर्च भी होता है. ऐसे में निरंतर होने की बजाए यदि चुनाव पांच साल में एक बार होंगे तब भी लोकतंत्र की जड़ें मजबूत रहेंगी.

उन्होनें कहा कि चुनाव चाहे लोकसभा के हों या विधानसभा के या फिर स्थानीय निकायों के, आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से सरकारें विकास के काम नहीं कर पाती हैं, इसकी वजह से चुनाव के मुद्दे सुशासन को पीछे छोड़ देते हैं. यादव ने उन आशंकाओं को भी निर्मूल बताते हुए कहा कि एक साथ लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव होने से क्षेत्रीय दलों को नुकसान होगा. यादव ने कहा कि पूर्व में कई दफा किसी न किसी राज्य में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ हुए और नतीजे अलग-अलग आए.
एक बयान के मुताबिक पार्टी द्वारा इस विषय पर आयोजित एक वेबीनार को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ से देश के सभी राज्यों में विकास कार्यों में तेजी आएगी.

उन्होंने ओडिशा का उदाहरण देते हुए कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त किए और कहा कि इस विषय पर व्यापक चर्चा और आम सहमति बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ देश के लिए समय की मांग है.

(इनपुट भाषा)