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Bihar Teacher: बिहार के नवनियुक्त शिक्षकों ने योगदान कर लिया है. उनको ग्रामीण स्कूलों में पहले पदस्थापित किया गया है. ताकि बिहार की शिक्षा व्यवस्था में लगातार सुधार किया जा सके. वहीं बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक इस पूरे मामले पर अपनी नजर बनाए हुए हैं और लगातार मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं. केके पाठक ने इससे पहले योगदान कर चुके शिक्षकों को कहा था कि वह स्कूल के 15 किलोमीटर के दायरे में अपने आवास की व्यवस्था करें. अब बिहार शिक्षा विभाग की तरफ से नवनियुक्त शिक्षकों को एक और तोहफा देने की योजना है. दरअसल इन शिक्षकों को स्कूल के निकट ही तीन कमरे का आवास उपलब्ध कराए जाने की योजना विभाग के द्वारा बनाई गई है और इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई है.
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नवनियुक्त शिक्षकों को आवास उरलब्ध कराए जाने को लेकर जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से पत्र भी भेजा गया है. ऐसे में इन नवनियुक्त शिक्षकों से पहले उनकी इच्छा पूछी गई है. शिक्षकों को इसमें बताया गया है कि उन्हें तीन कमरे का आवास मिल सकता है लेकिन वह चाहें तो उन्हें दो या एक कमरे का भी आवास मिलेगा. शिक्षा विभाग की मानें तो शिक्षकों के द्वारा बताए अनुसार ही शिक्षा विभाग उनके लिए आवास का निर्माण कराएगी.
बता दें कि अभी तक शिक्षकों को विभाग की तरफ से HRA दिया जाता था. जो आवास भत्ता कहा जाता है. जिसे लेने के बाद भी कई शिक्षक स्कूल से काफी दूर रहते थे. ऐसे में अब शिक्षा विभाग स्कूल के तीन किलोमीटर के दायरे में उनको आवास मुहैया कराने की तैयारी कर रही है. इसके लिए शिक्षकों को विकल्प भी दिए गए हैं एक तो वह चाहें तो अपने लिए एक, दो या तीन कमरे का आवास ले सकते हैं. वहीं दूसरा विकल्प है कि किसी शिक्षक के साथ साझे में वह रह सकते हैं. वहीं तीसरा विकल्प यह बताने का है कि वह विभाग की तरफ से उपलब्ध मकान में रहने के इच्छुक हैं या नहीं.
वहीं राज्यकर्मी का दर्जा मिलने के बाद नियोजित शिक्षकों के लिए भी यह सुविधा विभगा उपलब्ध कराएगी. ऐसे में वेतन में जो आवास के लिए राशि दी जा रही है वह सीधे मकान मालिक के खाते में भेजी जाएगी. ऐसे में जो मकान का लाभ लेंगे उन्हें वेतन में आवास भत्ता नहीं दिया जाएगा.