अतीक अहमद के पूरे परिवार की हिस्ट्रीशीट यहां पढ़िए, दहशत फैलाने के कारोबार में लिप्त है पूरी फैमिली
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अतीक अहमद के पूरे परिवार की हिस्ट्रीशीट यहां पढ़िए, दहशत फैलाने के कारोबार में लिप्त है पूरी फैमिली

यूपी पुलिस के एसटीएफ (UP STF) ने माफिया डाॅन अतीक अहमद (Atique Ahmed) के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) को झांसी में हुए एक एनकाउंटर (Jhansi Encounter) में मार गिराया है. उमेशपाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) के बाद से असद फरार चल रहा था.

माफिया डाॅन अतीक अहमद

Atiq Ahmad Son Encounter: यूपी पुलिस के एसटीएफ (UP STF) ने माफिया डाॅन अतीक अहमद (Atique Ahmed) के बेटे असद अहमद (Asad Ahmed) को झांसी में हुए एक एनकाउंटर (Jhansi Encounter) में मार गिराया है. उमेशपाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder) के बाद से असद फरार चल रहा था. यूपी पुलिस (UP Police) का कहना है कि उमेशपाल हत्याकांड में अतीक के भाई अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा का भी रोल था और इसलिए उसे भी आरोपी बनाया गया है. पुलिस ने जैनब का चालान कर दिया है और उसे निजी मुचलके पर रिहा भी कर दिया गया है. हालांकि कहा जा रहा है कि पुलिस फिर से जैनब को गिरफ्तार करने की तैयारी में है. जैनब से पहले अतीक अहमद के परिवार के 6 सदस्यों पर मुकदमा हो चुका है. 

उधर, अतीक की बहन आयशा नूरी और भांजी उनजिला नूरी भी उमेशपाल हत्याकांड के दोषियों को पनाह देने में फंस गए हैं. इस तरह अतीक अहमद के परिवार के 9 लोग अब कानूनी शिकंजे में फंस चुके हैं. इनमें से असद को पुलिस ने अब एनकाउंटर में मार गिराया है. चलिए जानते हैं अतीक अहमद के कुनबे की हिस्ट्रीशीट के बारे में- 

अतीक अहमद 

फुलपुर से सांसद रहे माफिया डज्ञॅन अतीक अहमद के खिलाफ 102 केस दर्ज हैं. हाल ही में अतीक अहमद को उमेशपाल हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. उस पर 3 बार गैंगस्टर की धाराएं लगाई जा चुकी हैं, लेकिन तत्कालीन सरकारों से नजदीकी का उसे फायदा मिला और गैंगस्टर की धारा हटा दी गई थी. सबसे पहले अतीक अहमद पर 1979 में मुकदमा दर्ज किया गया. बताया जा रहा है कि अतीक के खिलाफ 54 केसों की सुनवाई प्रदेश के अलग अलग जिलों में चल रही है. अतीक अहमद के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास और धमकी देने जैसे गंभीर आरोपों के केस दर्ज हैं. अतीक के खिलाफ ईडी की भी जांच चल रही है.

खालिद अजीम उर्फ अशरफ

अतीक के बाद परिवार में सबसे ज्यादा किसी की हिस्ट्रीशीट मजबूत है तो वह है उसके छोटे भाई अशरफ की. अशरफ को हाल ही में पुलिस उमेशपाल हत्याकांड में साजिश रचने का आरोपी बनाया है. अशरफ अभी बरेली के जेल में बंद है और उस पर 52 मुकदमे दर्ज हैं. अशरफ राजू पाल हत्याकांड का आरोपी है और उस पर 1992 में पहला केस दर्ज किया गया था. अशरफ के खिलाफ हत्या, हत्या की साजिश और रंगदारी मांगने के सबसे ज्यादा मामले दर्ज हैं. 

मोहम्मद अली 

अतीक अहमद के दूसरे बेटे मोहम्मद अली के खिलाफ 6 आपराधिक मुकदमे हैं. उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी है. पिछले साल जुलाई में उसने सरेंडर कर दिया था और अभी वह जेल में बं द है. उस पर अपने रिश्तेदार जीशान से 5 करोड़ की रंगदारी मांगने, मारपीट और गाली गलौज करने का आरोप है. पुलिस का मानना है अतीक और अशरफ के जेल में होने के कारण रंगदारी का काम अली ही संभालता था. वह लोगों से अतीक की फोन पर बात कराता था और रुपये न देने पर हत्या की धमकी देता था. 

मोहम्मद उमर 

यह अतीक अहमद का सबसे बड़ा बेटा है और उस पर 2 मुकदमे दर्ज हैं. कारोबारी माहित जायसवाल के अपहरण का मामला भी उमर पर दर्ज है, जिसकी जांच सीबीआई कर रही है और इस मामले में आरोप भी तय हो गया है. उमर के खिलाफ 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी, जिसके बाद अगस्त 2022 में उसने सरेंडर कर दिया था. 2017 में जब अतीक अहमद जेल गया तब से उमर ही पूरा कारोबार संभाल रहा था. 

शाइस्ता परवीन 

यह अतीक अहमद की पत्नी है और हाल ही में उमेशपाल हत्याकांड में उसे आरोपी बनाया गया है. उस पर कुल 4 आपराधिक मामले दर्ज हैं. आरोप है कि शाइस्ता ने उमेशपाल हत्याकांड से पहले शूटर्स से मुलाकात की थी. शाइस्ता अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है और वह घोषित इनामी बन चुकी है. 1996 में अतीक और शाइस्ता का निकाह हुआ था. उसके 5 बच्चे हैं, जिनमें से 2 नाबालिग हैं. पुलिस का कहना है कि अतीक के जेल जाने के बाद शाइस्ता ही खौफ का कारोबार संभाल रही थी. शाइस्ता की कोई तस्वीर यूपी पुलिस के पास नहीं है इसलिए उसे पकड़ने में देरी हो रही है. 

आयशा नूरी 

आयशा नूरी अतीक और अशरफ की बहन है. वह अपने परिवार के साथ मेरठ में रहती है. हाल ही में उस पर भी मुकदमा दर्ज किया गया था. आयशा और उसकी बेटी उनाजिला पर शूटरों को पनाह देने का आरोप है. यूपी पुलिस का आरोप है कि उमेशपाल हत्याकांड के आरोपी असद और गुड्डू मुस्लिम को आयशा ने पनाह दी थी. दोनों की आर्थिक मदद भी की थी और उन्हें भगाने का भी काम किया था. आयश के पति अखलाक को पुलिस पकड़ चुकी है, जिस पर भी हत्या के आरोपियों की मदद का आरोप है. आयशा अभी कोर्ट की शरण में जा चुकी हैं. 

जैनब फातिमा 

यह अशरफ की पत्नी है और परिवार में 8वें नंबर की मेंबर. उसे उमेशपाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है. उस पर साजिश रचने और तथ्य छुपाने का आरोप लगाया गया है. हाई कोर्ट से जैनब की याचिका खारिज हो चुकी है. लिहाजा उस पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.

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