पटना नगर निगम ने अब हड़ताल खत्म कराने के लिए वार्ता शुरू कर दी है. आज मजिस्ट्रेट की अगुवाई में वार्ता के लिए टीम भेजी गई. लेकिन इसका असर सफाईकर्मियों पर पड़ता नहीं दिख रहा है.
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Patna: पटना नगर निगम में आज हड़ताल का चौथा दिन है. हड़ताल के कारण कूड़ा उठाव नहीं हो रहा है, जिसके चलते पटना के दूसरे हिस्सों में कूड़ा जमा होने लगा है. हड़ताल का समर्थन कर रहे सफाई कर्मचारियों ने काम पूरी तरह ठप कर दिया है.
वहीं, दूसरी ओर पटना का मौर्य लोक कॉम्प्लेक्स इस हड़ताल का केंद्र बिंदु बना हुआ है. मौर्य लोक कॉम्प्लेक्स में ही पटना नगर निगम का मुख्यालय भी है. फिलहाल मौर्य लोक कॉम्प्लेक्स को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. हालात बेकाबू न हों इसके लिए भारी संख्या में पुलिस की तैनाती कर दी गई है. दंगा नियंत्रण वाहन के साथ ही दमकल की तैनाती की गई है.
दूसरी ओर मौर्य कॉम्प्लेक्स स्थित पटना नगर निगम मुख्यालय में हमेशा दिखने वाले कर्मचारी और अधिकारियों ने फिलहाल जगह छोड़ दी है. निगम आयुक्त हिमांशु शर्मा गांधी मैदान स्थित बिस्कोमान भवन में हैं. वहीं, मेयर और पार्षदों ने हड़ताली कर्मचारियों के आक्रोश को देखते हुए दूरी बना ली है.
बता दें कि ये पूरा मसला सफाई कर्मचारियों के नियमितकरण के लिए है. नगर निगम में करीब 4,500 ऐसे कर्मचारी हैं जो पिछले कई सालों से कॉन्ट्रेक्ट पर ही काम कर रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में ऐसे सफाईकर्मी है जो दस साल से काम कर रहे हैं. अब ये लोग स्थायी नौकरी की मांग कर रहे हैं. वहीं, इनकी दूसरी मांग वेतन इजाफे के लिए भी है.
फिलहाल इन्हें पीएफ के साथ 12 हजार वेतन मिलता है, जबकि इनकी मांग 18 हजार वेतन करने की है. हालांकि, पटना नगर निगम ने अब हड़ताल खत्म कराने के लिए वार्ता शुरू कर दी है. आज मजिस्ट्रेट की अगुवाई में वार्ता के लिए टीम भेजी गई. लेकिन इसका असर सफाईकर्मियों पर पड़ता नहीं दिख रहा है. हालांकि, नियमितकरण नगर निगम के पास नहीं है, ये अधिकार नगर विकास विभाग का है. पटना नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण पूरी राजधानी में कूड़ा इकट्ठा हो गया है. हालात ऐसे हैं कि अब खुली नाक चलना भी मुश्किल हो चुका है.
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