शिक्षा के क्षेत्र में अहम और उत्कृष्ट योगदान देने वाले बिहार के दो शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद खुद शिक्षक दिवस के अवसर पर इन्हें नेशनल टीचर अवॉर्ड से सम्मानित करेंगे.
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Bihar: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने राष्ट्रीय पुरस्कार 2021 के लिए देश भर से चयनित शिक्षकों की सूची जारी की है, जिसमें बिहार के शिक्षक हरिदास शर्मा और शिक्षिका चंदना दत्त का नाम शामिल है. 5 सितंबर को शिक्षा के क्षेत्र में अहम और उत्कृष्ट योगदान देने वाले इन दोनों शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाएगा. भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) खुद शिक्षक दिवस के अवसर पर इन्हें नेशनल टीचर अवॉर्ड से सम्मानित करेंगे.
बिहार के मधुबनी जिले की चंदना दत्ता और कैमूर के हरिदास शर्मा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सम्मानित करेंगे. बता दें कि देश भर से 44 शिक्षकों का चयन हुआ है, जिन्हें राष्ट्रपति सम्मानित करने वाले हैं. राष्ट्रीय शिक्षा पुरस्कार के लिए 38 राज्यों से 72 शिक्षकों ने प्रेजेंटेशन में हिस्सा लिया था, जिसमें कैमूर के टीचर हरिदास शर्मा भी शामिल थे.
बिहार से 6 शिक्षक ऑनलाइन प्रजेंटेशन के लिए चयनित किए गए थे. साल 2019 में शिक्षक दिवस के मौके पर तत्कालीन डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने इन्हें बेस्ट टीचर अवार्ड से सम्मानित किया था. रामगढ़ प्रखंड के गोड़सरा गांव निवासी हरिदास शर्मा शुरू से ही शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल बने हुए हैं. विद्यालय में अनुशासन और बेहतरीन शिक्षा के साथ-साथ पर्यावरण सरंक्षण पर उनका जोर रहता है. यही नहीं उन्होंने अपने वेतन से बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई से जोड़ने के लिए टीवी खरीदा, खुद स्कूल परिसर की दीवारों को अपने हाथों से चित्रकारी कर सजाया.
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वहीं, बात करें चंदना दत्ता की तो पिछले 17 सालों से शिक्षिका के रूप में वो काम कर रही हैं. चंदना ने अपने शुरुआती दिनों में देखा की अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बेटियों को पढ़ाई के लिए विद्यालय भेजने में काफी आनाकानी करते थे. तब से चंदना ने घर-घर जाकर उन्हें समझाया और बेटियों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उठाई. जिसका नतीजा है कि आज विद्यालय में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चे काफी ज्यादा पढ़ रहे हैं.
गौरतलब है कि शिक्षा के क्षेत्र में अहम और उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों को हर साल राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा जाता है. राष्ट्रपति के हाथों पांच सितंबर यानी शिक्षक दिवस के दिन चयनित शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान किया जाता है. हर किसी को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से एक पदक, एक प्रमाण पत्र और 50,000 रुपए का नकद पुरस्कार मिलेगा.