Bihar Samachar: मुकेश सहनी ने विधानसभा चुनाव के वक्त जनता से 19 लाख रोजगार देने के वादे को याद दिलाया है और सरकार से इसपर काम करने की मांग की है.
Trending Photos
Patna: बिहार की सियासत पिछले कुछ दिनों से पक्ष-विपक्ष को छोड़कर अपनों में ही सीमट गई है. राज्य में सत्ता का सुख भोग रही पार्टियां बयानबाजी कर आपस में ही उलझ गई है. कभी एनडीए में कॉर्डिनेशन कमिटी के गठन की मांग, कभी बांका ब्लास्ट मामले को लेकर, कभी दलित-अल्पसंख्यक मामले को लेकर तो कभी आगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सत्ताधारी पार्टियों का बयान सामने आ रहा है.
अब राज्य सरकार में मंत्री और VIP प्रमुख मुकेश सहनी के ट्वीट ने एक नया ही मसला खड़ा कर दिया है. मुकेश सहनी ने विधानसभा चुनाव के वक्त जनता से 19 लाख रोजगार देने के वादे को याद दिलाया है और सरकार से इसपर काम करने की मांग की है. इसके साथ ही उन्होंने अपने NDA के साथियों से अनावश्यक बयानबाजी से बचने की सलाह भी दी. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कहा, 'एनडीए गठबंधन के साथीगण से अनुरोध है कि अनावश्यक बयानबाजी से बचें और हम सब मिलकर बिहार की जनता से किए गए 19 लाख रोजगार के वादा पर काम करें.'
बता दें कि 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के समय RJD के 10 लाख नौकरी के वादे पर BJP ने बिहार के 19 लाख युवाओं को रोजगार देने का वादा किया था. हालांकि, बिहार में वर्तमान सरकार को बने अभी 6 महिने ही हुए हैं. अब देखने वाली बात होगी की सरकार खासकर के BJP, अपने वादे पर कितना खरा उतरती है.
ये भी पढ़ें- Bihar: कोरोना से मौत के आंकड़ों पर सियासी कलह, मृतकों की संख्या को लेकर सरकार पर निशाना
इधर, सरकार के साथी और HAM प्रमुख जीतन राम मांझी भी लगातार बयनाबाजी से कई बार असमंजस्य की स्थिति पैदा करते रहे हैं. अभी हाल ही में उनकी पार्टी ने एनडीए में कॉर्डिनेशन कमिटी के गठन की मांग की थी, जिससे BJP-JDU ने लगभग-लगभग सिरे से नकार दिया था. BJP का सीधा कहना है कि सत्ताधारी पार्टियों में बेहतर समन्वय का ही रिजल्ट है कि सरकार सही से चल रही है.
इससे पहले बांका ब्लास्ट मामले को लेकर भी BJP विधायक के बयान पर HAM, JDU, VIP ने हमला बोल दिया था. 2022 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव होने वाला है. बिहार की सत्ताधारी पार्टियां भी वहां विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं. अब देखने वाली बात होगी की BJP अपने बिहार की सहयोगी पार्टियों को साथ लेकर चुनाव लड़ती है, या उन्हें अपना अलग रास्ता बनाना होगा.