Bihar News: नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सूखे कचरे की कीमत 10 रुपये प्रति किलो से 40 रुपये प्रति किलो तक होती है. सूखे कचरे को कंप्रेस करके फैक्ट्री में भेजा जाता है, जबकि गीले कचरे को प्रोसेसिंग यूनिट में जैविक खाद में बदल दिया जाता है.
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पटना: क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप अपने घर का गीला या सूखा कचरा नगर निगम को दें और इसके बदले में पैसे पाएं, तो कैसा होगा. पटना में यहां ऐसा सब संभव है. दरअसल, पटना नगर निगम ने एक नई पहल की है जिससे लोग कचरा सड़क पर फेंकने की बजाय उसे प्रोसेसिंग यूनिट में दें और पैसे प्राप्त करें.
नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार पटना के कंकड़बाग में एक वेस्ट मैटेरियल प्रोसेसिंग यूनिट बनाई गई है. यहां पर आप अपना सुखा और गीला कचरा देकर पैसे प्राप्त कर सकते हैं. प्लास्टिक की बोतलें और अन्य सामान जो अक्सर लोग सड़क पर फेंक देते हैं, यहां पर एक निर्धारित कीमत पर लिया जाता है. इसके अलावा यहां पर सूखे कचरे की कीमत 10 रुपये प्रति किलो से लेकर 40 रुपये प्रति किलो तक होती है. सूखे कचरे को कंप्रेस करके फैक्ट्री में भेजा जाता है, जबकि गीले कचरे को प्रोसेसिंग यूनिट में जैविक खाद में बदला जाता है.
साथ ही बता दें कि प्रोसेसिंग यूनिट में एक दिन में 200 टन कचरे की प्रोसेसिंग की जाती है. यह पहल नगर निगम की तरफ से एक सकारात्मक कदम है जो न सिर्फ कचरा प्रबंधन में मदद करेगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी. इससे लोग अपने घर के कचरे को सही तरीके से निपटाने के लिए प्रेरित होंगे और सड़क पर कचरा फेंकने की आदत कम होगी.
इनपुट- सनी कुमार