'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में सोमवार को कुल 54 मामले सामने आए है. इनमें से कई मामलों में मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई के लिए जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए है.
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पटनाः 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में सोमवार को कुल 54 मामले सामने आए है. इनमें से कई मामलों में मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई के लिए जनता दरबार में मौजूद अधिकारियों को निर्देश दिए है.
''जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति और युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई.
बेतिया जिला से आई महिला ने मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
जनता के दरबार कार्यक्रम में मुजफ्फरपुर जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पति की वर्ष 2021 में कोरोना से मृत्यु हो गई थी लेकिन अब तक किसी तरह की सहायता राशि नहीं मिली है. वहीं बेतिया जिला से आयी एक महिला ने भी मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे पति की कोरोना से मृत्यु होने के बाद अब तक मुआवजे की राशि का भुगतान नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
शिक्षा विभाग को समुचित कार्रवाई के निर्देश
मुजफ्फरपुर जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार से अनुदानित कॉलेज के सेक्रेटरी ने कॉलेज में तालाबंदी करके रखा है और हम लोगों को किसी प्रकार के अनुदान का भुगतान नहीं किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को समुचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. जिले से आए एक बुजुर्ग महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पति शिक्षक थे, अवकाश प्राप्त करने के बाद उनका निधन हो गया. फैमिली पेंशन के अलावा आज तक एरियर का पैसा नहीं मिल पाया है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के मामले में शीघ्र जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
भागलपुर जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि 2016 में मैट्रिक प्रथम श्रेणी से पास करने के बाद भी आज तक मुझे प्रोत्साहन राशि का भुगतान नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को मामले में जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. पश्चिम चंपारण जिला से आयी एक महिला ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, लेकिन अनुग्रह अनुदान राशि का आज तक भुगतान नहीं हो सकता है. मुख्यमंत्री ने परिवहन विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
गांव में कोई भी स्वास्थ्य केंद्र
वहीं सहरसा जिला से आए एक युवक ने गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे गांव के दोनों किनारे नदी है, लेकिन हमारे गांव में कोई भी स्वास्थ्य केंद्र नहीं है. जिससे लोगों को इलाज कराने के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. सीतामढ़ी जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे पिताजी खेती के लिए जा रहे थे, लेकिन बाढ़ में डूबने से वो लापता हो गए और आज तक उनका कुछ अता पता नहीं मिल पाया है. वहीं सीतामढ़ी जिला से आए एक अन्य युवक ने गुहार लगाते हुए कहा कि बाढ़ के दौरान मेरी मां की सांप के काटने से मृत्यु हो गई थी, लेकिन आज तक किसी तरह की अनुग्रह राशि नहीं दी गई है. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को मामले में शीघ्र जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए है.
पटना जिले की एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि वर्ष 2019 में ग्रेजुएशन करने के बाद भी मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत मिलने वाली प्रोत्साहन राशि अब तक नहीं मिल पाई है. मुख्यमंत्री ने पटना के जिलाधिकारी को मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
इनपुट- नवजीत कुमार
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