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Wealth Tips: धन के देवता कुबेर को सभी जानते हैं. आपको बता दें कि धन की देवी लक्ष्मी की पूजा के साथ ही देवता कुबेर की भी पूजा की जाती है. आपको बता दें कि जिनपर कुबेर की कृपा रहती है उनपर धन की वर्षा होती है. बता दें कि जहां मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है वहीं कुबेर को देवताओं के कोषाध्यक्ष पर पहचान मिली हुई है.
ऐसे में कुबेर को धन और समृद्धि का देवता कहा जाता है. ऐसे में भगवान कुबेर की जिसपर भी कृपा हो जाए उस व्यक्ति के जीवन में कभी भी धन-संपत्ति और सुख की कोई कमी नहीं होती है. ऐसे में भगवान कुबेर को भी 12 में से तीन राशियां बेहद प्यार हैं.जिनपर उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है.
ऐस में भगवान कुबेर की जिन तीन राशियों पर कृपा बनी रहती है उसके जातक हमेशा ही धन धान्य से परिपूर्ण होते हैं और उनके जीवन में अर्थ की समस्या कभी भी नहीं आती है. इसके साथ ही भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के भी कई उपाय हैं जिनको करके आप उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं.
कर्क राशि
ऐसे में भगवान कुबेर की पसंदीदा राशियों में कर्क राशि है. इस राशि के जात प्रखर बुद्धि के होने के साथ बेहद मेहनती होते हैं. ऐसे में इस राशि के जातकों को भगवान कुबेर का विशेष आशीर्वाद मिलता है. ऐसे में जिंदगी भर हर कदम पर इस राशि के जातकों को भाग्य का भरपूर साथ मिलता है. इस राशि के जातक जिस भी क्षेत्र में जाते हैं वहां नाम कमाते हैं.
वृश्चिक
इसके बाद भगवान कुबेर को मंगल ग्रह का स्वामित्व प्राप्त वृश्चिक राशि बेहद पसंद है. वृश्चिक राशि के जातक बेहद जुनूनी होते हैं इनको भी मेहनत करने में ही भरोसा होता है. यह काम के प्रति इतने लगनशील होते हैं कि इनको संतुष्टि का बोध काम को लेकर कभी होता ही नहीं इसी वजह से इन्हें कुबेर देव का प्यार मिलता है. वह जीवन के हर क्षेत्र में कामयाबी हासिल करते हैं.
तुला
इसके बाद बारी आती है तुला राशि की जिसके जातक काफी जुझारू और मेहनती भी होते हैं. इस राशि के जातकों पर वैसे भी शुक्र देव की कृपा रहती है और शुक्र देव ऐश्वर्य और लग्जरी के कारक हैं. इसके साथ ही तुला राशि के जातक अपनी पूरी ताकत अपने काम के प्रति झोंक देते हैं. ऐसे में इस राशि के जातक पर भगवान कुबेर की असीम कृपा बनी रहती है.
करें ये उपाय कुबेर देव होंगे प्रसन्न
अब आपको बताते हैं कैसे आप कुबेर देवता को प्रसन्न कर सकते हैं. बता दें कुबेर देव की पूजा में चंदन का विशेष प्रयोग किया जाता है. इसके साथ ही पुष्प, धूप, दीप औप नैवेद्य भी उनकी पूजा में विशेष रूप से अर्पित किए जाते हैं. उनकी मूर्ति को हमेशा घर की उत्तर-पूर्व दिशा में रखा जाता है.
बता दें कि वट के वृक्ष में भी कुबैर देव का वास माना जाता है. वहीं घर में उत्तर की दिशा कुबेर देव की दिशा होती है. ऐसे में घर में तिजोरी को इसी दिशा में रखना चाहिए और ध्यान रखना चाहिए कि तिजोरी का मुंह उत्तर की दिशा में ही खुले, इससे कुबेर देव के साथ मां लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं. वहीं घर में श्री यंत्र और महालक्ष्मी यंत्र को स्थापित करने से भी मां लक्ष्मी के साथ कुबेर देव भी प्रसन्न होते हैं. घर में अगर धातु का कछुआ रखा जाए तो इससे भगवान विष्णु के साथ ही भगवान कुबेर भी प्रसन्न होते हैं. वहीं गोमती चक्र मां लक्ष्मी के साथ कुबेर देव को भी प्रिय है. इसको लाल कपड़े में बांधकर घर में रखना चाहिए. इससे घर की नाकारात्म ऊर्जा दूर होती है और भगवान विष्णु का घर में वास होता है. मां लक्ष्मी और भगलान कुबेर की कृपा भी ऐसे घर में खूब बरसती है.