धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति के लिए श्रीयंत्र की उपासना
रहस्यमय श्रीविद्या के यंत्र स्वरूप को ‘श्रीयंत्र’ या ‘श्रीचक्र’ कहते हैं. यह एकमात्र ऐसा यंत्र है, जो समस्त ब्रह्मांड का प्रतीक है. इससे मनुष्य के जीवन के सभी लक्ष्य प्राप्त होते हैं.
मई 10, 2020, 08:03 AM IST
बहुत विशेष है इस बार की दीपावली, जानिए कब और कैसे पूजा करने से मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न
धन और संपत्ति का आशीर्वाद लेकर आज दीपावली के दिन माता लक्ष्मी सभी ईश्वर भक्तों के घर विचरण करेंगी. आईए आपको बताते हैं वो खास उपाय जिसे अपनाने से माता लक्ष्मी सदा के लिए आपके घर में निवास करेंगी.
Oct 27, 2019, 09:56 AM IST
कहीं आपको पैसे की बीमारी तो नहीं लग गई है, जानिए इस बीमारी के लक्षण
कुछ लोग कहते हैं कि 'पैसा भगवान नहीं है, लेकिन भगवान से कम भी नहीं है' लेकिन एक वाजिब सवाल ये है कि आपके जीवन में कितना धन जरूरी है.
Oct 2, 2018, 01:38 PM IST
भारत दुनिया का छठा सबसे अमीर देश, कुल संपत्ति 8,230 अरब डॉलर : रिपोर्ट
इस रिपोर्ट, ‘अफ्रएशिया बैंक वैश्विक संपत्ति पलायन समीक्षा’ के अनुसार इस सूची में अमेरिका 62,584 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ शीर्ष स्थान पर है.
मई 21, 2018, 12:44 AM IST
महाशिवरात्रि: इस बार करें ये उपाय, हर संकट से मिलेगी मुक्ति, घर में साक्षात होगा महालक्ष्मी का वास, आएगा सौभाग्य
देवों के देव महादेव की आराधना का महापर्व शिवरात्रि इस बार सोमवार के दिन शिवयोग धनिष्ठा नक्षत्र में 7 मार्च को है। इस साल महाशिवरात्रि का पर्व भोले बाबा के प्रिय वार यानी सोमवार को मनाया जाएगा। सोमवार का दिन तो वैसे भी शिव का प्रिय दिन है। इस दिन दुर्लभ शिवयोग का संयोग श्रद्घालुओं के लिए विशेष फलकारी है। कई सालों के बाद बना यह योग लोगों के जीवन में शिव की कृपा प्राप्ति में सहायक रहेगा। साथ ही इस दिन पंचग्रही और चांडाल योग भी रहेगा।
Mar 4, 2016, 12:03 PM IST
अपने जीवन को समृद्ध बनाने के लिए अपनाएं ये वास्तु TIPS
हम भौतिकवादी (मैटिरिलिस्टिक) युग में रहते हैं। हम जब कोई भी काम हम शुरु करते है तो उसकी शुरुआत हमारे घर से ही होती है। इसलिए, सबसे पहले जरूरी है कि अपने घर का वास्तुदोष सही किया जाए। अगर घर का वास्तु सही नहीं किया गया तो हमेशा हर काम में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। समृद्धि और जीवन में खुशहाली के लिए हमें आपको वास्तु के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स बता रहे हैं।
Jan 3, 2016, 01:20 PM IST
कुंडली में सूर्य के 12 घरों से जानिये कि आपको क्या मिलने वाला है?
सूर्य आत्मा,पिता,पराक्रम,तेज और क्रोध के कारक हैं। अगर आपकी जन्म कुंडली में सूर्य शुभ स्थान पर हैं तो आपके जीवन में तरक्की ही तरक्की लेकिन अगर गलत ग्रह के साथ गलत स्थान पर बैठ गए तो जो न हो जाए वह कम है। सूर्य सभी ग्रहों के राजा हैं। जन्म कुंडली के 12 ग्रहों पर उऩकी स्थिति का असर हमारे जीवन पर भी पड़ता है। तो आइए जानते हैं कि 12 घरों में सूर्य की क्या होती है स्थिति और उसका फल कैसा होता है?
Nov 14, 2015, 08:16 AM IST
जानिये वो नदियां जिनमें स्नान से धन बरसता है
रूपये पैसे किसे नहीं चाहिये। आप भी चाहते हैं कि सारा ज़माना साथ दे या न दे, लेकिन लक्ष्मी माता का साथ सदा बना रहे। वैसे भी कलियुग में सारे रिश्ते नाते तभी काम आते हैं जब आपके पास धन संपत्ति हो। मगर धन संपत्ति हासिल करने के लिये कितना पसीना बहाना पड़ता है ये तो आप भी जानते हैं। लेकिन 12 महीनों में कार्तिक मास ही सिर्फ ऐसा महीना है जिसमें स्नान करने से ही धन संपत्ति मिल जाती है। इसके लिये आपको उन नदियों में स्नान करना है जो धन बरसाने के लिये मशहूर हैं। स्कंद पुराण के कार्तिक खंड में इन धन बरसाने वाली नदियों के नाम विस्तार से दिये गये हैं।
Oct 31, 2015, 12:52 PM IST
28 सितंबर से गजछाया योग में पितृपक्ष शुरू, तर्पण का पांच गुना फल, पूर्वजों की कृपा से सुख-समृद्धि
आपके पूर्वज, पितृलोक से पृथ्वी लोक आ रहे हैं। 28 सितंबर से आश्विन कृष्ण पक्ष के श्राद्ध, गज छायायोग में आरंभ हो रहे हैं। गज छाया योग में, तर्पण और श्राद्ध का फल पांच गुना मिलता है। इसलिये जो लोग पितृदोष की वजह से कई कष्ट झेल रहे हैं, उनके लिये 28 सितंबर से लेकर 12 अक्टूबर के बीच 15 दिन विशेष हैं। इन दिनों में, पितरों को प्रसन्न कर, अपनी सारी इच्छायें पूरी कर सकते हैं। पूर्वज चाहते हैं कि उनके वंशज, उन्हें सदा याद रखें। इसी आशा से वह पूरे 15 दिन के लिये पृथ्वी लोक आते हैं। अगर वंशज उनके निमित्त, श्राद्ध और तर्पण करते हैं, तो पितृ प्रसन्न होकर उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
Sep 27, 2015, 03:10 PM IST
अनंत चतुर्दशी व्रत से मिलती है अक्षय संपत्ति
27 सितंबर को, अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जा रहा है। जहां एक ओर इस दिन गणपति बप्पा का विसर्जन होता है, वहीं इस दिन शयन कर रहे, विष्णु जी की पूजा की जाती है। अनंत चतुर्दशी व्रत रखने से मिलने वाला पुण्य, कभी समाप्त नहीं होता। यह काम्य व्रत है, जिसे सांसारिक इच्छाओं की पूर्ति के लिये रखा जाता है।
Sep 26, 2015, 06:06 PM IST
दीपावली से पहले दीपावली, 21 सितंबर से महालक्ष्मी व्रत शुरू,15 दिन में भरेगी तिजोरी
21 सितंबर से शुरू होने वाले महालक्ष्मी व्रत से आप साल भर की आमदनी का इंतज़ाम कर सकते हैं। दीपावली से पहले दीपावली मनाने का यह अवसर आता है भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को। इस दिन से लेकर पूरे 15 दिन तक मां लक्ष्मी की आराधना से उनकी कृपा पाई जा सकती है। महालक्ष्मी व्रत पूरे 15 दिन चलता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत से ग़रीबी हमेशा हमेशा के लिए चली जाती है। महालक्ष्मी के महाव्रत से आप अपने घर के आंगन में धन की बरसात भी कर सकते हैं। वैसे भी गौरीनंदन गणपति तो अपने भक्तों को दर्शन देने धरती पर पधार चुके हैं। लेकिन माता लक्ष्मी को अपने पुत्र के बिना गोलोक धाम में कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा। इसीलिए मां लक्ष्मी जी भी भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से लेकर पूरे 15 दिनों के लिए धरती पर आने वाली हैं। 21 सितंबर से शुरू होने वाले महालक्ष्मी व्रत की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश में तो महालक्ष्मी व्रत रखने का प्रचलन है लेकिन अब उत्तर भारत में भी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए व्रत किया जाने लगा है। 15 दिन के व्रत का समापन 5 अक्टूबर को होगा।
Sep 20, 2015, 08:07 AM IST
गणपति स्रोत से मिले लक्ष्मी और संतान
अगर आप इस गणेश चतुर्थी को श्रद्धा और भक्ति के साथ गणेश जी को पुकारेंगे तो सभी भौतिक सुख मिलने की पूरी संभावना है। पुराणों में गणपति के कई ऐसे स्रोत हैं जिनके पाठ से मनुष्य की सभी सांसारिक इच्छाएं पूरी हो सकती हैं। इन गणपति स्रोतों को साधारण मत समझिये। इन स्रोतों में जो संस्कृत के शब्द हैं, उनके उच्चारण से ब्रह्मांड में फैली ऐसी तरंगों से संपर्क होता है, जिसका सीधा संबंध मां लक्ष्मी से जुड़ा है। ये स्रोत इतने चमत्कारी हैं कि व्यक्ति का भाग्य बदलते देर नहीं लगती। वैसे भी गणपति की दृष्टि ही इतनी मंगलकारी है कि जहां भी ये पड़ती है, मंगल ही मंगल होता है। बस इन गणपति स्रोतों को पढ़ते समय श्रद्धा, भक्ति का होना बहुत ज़रूरी है। आइए अब आपको बताते हैं कि कौन सी भौतिक कामना के लिए आपको कौन से गणपति स्रोत का पाठ करना है-
Sep 16, 2015, 04:42 PM IST
श्रीगणेश की 16 मूर्ति से मिलेगी 16 सिद्धि
गणेश परब्रह्म और अक्षर स्वरूप हैं। मुद्गल पुराण के अनुसार गणपति अनादि रूप हैं। ऋग्वेद का पहला श्लोक इनके नाम से शुरु होता है-गणानाम त्व गणपति। वेदों के अनुसार गणपति सबके गण है जिसमें विघ्न भी एक गण है और गणपति इसी विघ्न रूपी गण को जीवन से दूर करते हैं। गणपति वाक यानि वाणी के भी देवता हैं। उनके जन्म का रहस्य गणपति पुराण में विस्तार से मिलता है।
Sep 15, 2015, 09:54 AM IST
स्वाति नक्षत्र में गणेश चतुर्थी, ऐसे दूर होगी आपकी चिंताएं
अगर आप कर्ज के बोझ से दबे हैं। आमदनी के नए स्रोत खोज रहे हैं। कारोबार में घाटा हो रहा है। नौकरी में लंबे समय से प्रमोशन रुका है या फिर आपके पास कोई रोज़गार नहीं है, तो घबराएं नहीं। ऐसी सारी समस्याओं का समाधान 17 सितंबर को गणेश जी के आने के बाद हो जाएगा, क्योंकि गुरुवार को स्वाति नक्षत्र में पड़ने वाली गणेश चतुर्थी को धन संपत्ति के लिहाज के काफी विशेष माना जा रहा है।
Sep 15, 2015, 09:10 AM IST
स्वाति नक्षत्र में गणेश चतुर्थी, मिलेगी अथाह धन-संपत्ति
अगर आप कर्ज के बोझ से दबे हैं। आमदनी के नए स्रोत खोज रहे हैं। कारोबार में घाटा हो रहा है। नौकरी में लंबे समय से प्रमोशन रुका है या फिर आपके पास कोई रोज़गार नहीं है, तो घबराएं नहीं। ऐसी सारी समस्याओं का समाधान 17 सितंबर को गणेश जी के आने के बाद हो जाएगा, क्योंकि गुरुवार को स्वाति नक्षत्र में पड़ने वाली गणेश चतुर्थी को धन संपत्ति के लिहाज के काफी विशेष माना जा रहा है। स्वाति नक्षत्र में गणपति बप्पा की पूजा से लक्ष्मी तो आएंगी ही, भक्तों की हर मनोकामना भी पूरी होगी। स्वाति नक्षत्र की गणेश चतुर्थी लक्ष्मी कारक योग बनाती है। गुरुवार का दिन ज्ञान और बुद्धि के लिए विशेष है। 17 सितंबर को गुरुवार भी है इसलिए इस बार गणपति बप्पा छात्रों को परीक्षा में भी भारी सफलता दिला सकते हैं। ऐसा हो भी क्यों न, गणपति ऋद्धि-सिद्धि और विद्या बुद्धि के देवता जो हैं।
Sep 15, 2015, 08:46 AM IST