पूर्व जदयू एमएलसी ने बैठक में बाबा रामदेव के खिलाफ जमकर हमला बोला. पूर्व एमएलसी ने कहा कि 'बाबा रामदेव भारतीय नहीं हैं. वह सीआईए का आदमी लग रहा है. उन्होंने कहा कि या तो पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से उसका कनेक्शन है. इसकी जांच होना चाहिए. इतनी संपत्ति कहां से आई इसकी भी जांच होनी चाहिए.
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पटनाः बिहार के नवादा से बड़ी खबर सामने आई है. यहां दहेज मुक्त कार्यक्रम के लिए सामुदाय की बैठक थी, जिसमें पहुंचे जदयू के पूर्व एमएलसी ने बाबा रामदेव को लेकर बड़ा बयान दिया. इसके साथ ही चर्चा में बने हुए बाबा बागेश्वर पर भी निशाना साधा. पूर्व जदयू मएलसी मौलाना Rasool Baliyavi ने कहा कि 'बाबा रामदेव भारतीय नहीं है वह सीआईए का आदमी लग रहा है.' उनके इस बयान से बिहार की राजनीति में नई मुद्दा गरमा गया है.
बाबा रामदेव की संपत्तियों की जांच की मांग
पूर्व जदयू एमएलसी ने बैठक में बाबा रामदेव के खिलाफ जमकर हमला बोला. पूर्व एमएलसी ने कहा कि 'बाबा रामदेव भारतीय नहीं हैं. वह सीआईए का आदमी लग रहा है. उन्होंने कहा कि या तो पाकिस्तान के लश्कर-ए-तैयबा से उसका कनेक्शन है. इसकी जांच होना चाहिए. इतनी संपत्ति कहां से आई इसकी भी जांच होनी चाहिए और क्या देखकर इसके इतना लोन मिला है, इसकी भी जांच होनी चाहिए.'
भड़काऊ बयान वही लोग कर सकते हैं. जो संवैधानिक असामाजिक और संसदीय बात कर सकता है. वह भारत का नहीं हो सकता वह भारत कब आया है इसकी पूरी कुंडली निकालकर जांच करनी चाहिए. बाबा रामदेव को जो जमीन दिया गया है और जितना उसका प्रोडक्ट है और जितने माल दुकान में बेचवा रहा है. वह कहां कहां से बनकर आ रहा है इसकी भी जांच होनी चाहिए.
बाबा बागेश्वर पर भी साधा निशाना
वरिष्ठ नेता व मुस्लिम समुदाय के कद्दावर नेता पूर्व एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने बाबा बागेश्वर को भी बहुरूपिया बताया. कहा कि 'हमारे देश में ऐसे लोगों के लिए जगह नहीं है. बाबा बागेश्वर हिंदू राष्ट्र बनाने की बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पता नहीं वह कौन है क्या है उनके बारे में नहीं जानते, लेकिन हम देश के संविधान और अदालत को जानते हैं. इस तरह के बहुरूपियों की जगह हमारे देश में नहीं है. जो कपड़ा व मेकअप से हमारे देश को गुमराह नहीं कर सकता. हम अपनी जमीन पर महजिद बनाते हैं, कब्जे की हुए जमीन पर नहीं, इस्लाम का कोई काम सरकार के खजाने से नहीं होता है.
अगर पाकिस्तान से निपटने में आपको डर लग रहा है तो, सिर्फ 30 परसेंट फौज में मुसलमानों को जगह दिया जाए. जब पाकिस्तान मिसाइल बनाकर भारत को दिखा रहा था, तो कोई नागपुर से बाबा जवाब देने नहीं आए थे वह मुसलमान के बेटा एपीजे अब्दुल कलाम ही सामने आए थे.