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Patna: राजनीतिक रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर के बयान पर अब राजद और कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन प्रशांत किशोर को ज्यादा तवज्जो नहीं देता है. बता दें कि जन सुराज पदयात्रा के 29वें दिन लौरिया प्रखंड के गबनाहा में प्रशांत किशोर ने कहा था कि लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार में कोई अंतर नहीं है और दोनों ही पार्टी जनता की हजामत कर रही हैं.
उन पर है RSS का प्रभाव
उनके इस बयान के बाद RJD के प्रवक्ता शक्ति यादव ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि उन पर आरएसएस का प्रभाव है. वो आरएसएस का ही एक रूप में हैं. वो सामाजिक सरकार से को भी वास्ता नहीं रखते हैं. ऐसे लोगों को
महागठबंधन तवज्जो नहीं देता है. वो सुर्खियों में बने रहने के लिए इस तरह की बातें करते रहते हैं. वेबिजनेसमैन है.
इसके अलावा कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञानरंजन ने कहा है कि प्रशांत किशोर को महागठबंधन सीरियसली नहीं लेती है. वे अलग आलाप चुके हैं. वह भाजपा और आरएसएस के गोद में खेल रहे हैं. अगर वो आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं तो उन्हें महागठबंधन को मजबूत करने की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने अलग तरह की राजनीती की है.
नीतीश पर भी साध चुके हैं निशाना
इससे पहले नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के बार-बार बुलाने के बाद भी वे जदयू के साथ नहीं गए. उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा, 'जदयू का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहते हुए जब मुझे पता चला कि मेरी पार्टी ने सीएए-एनआरसी के पक्ष में वोट किया है तो मैंने नीतीश कुमार से पूछा की ऐसा क्यों है. तब
नीतीश कुमार ने कहा कि मैं दौरे पर था मुझे पता नहीं लगा, मगर हम इसे बिहार में लागू नहीं होने देंगे. मैं तभी समझ गया की ऐसे आदमी के साथ काम करना सम्भव नहीं है और भाजपा को रोकने पश्चिम बंगाल की लड़ाई में कूद गया.'