Bihar Weather News: लगातार बारिश से मंडराया बाढ़ का खतरा, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
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Bihar Weather News: लगातार बारिश से मंडराया बाढ़ का खतरा, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग की मानें तो गोपालगंज और सिवान में कुछ जगहों पर तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है. इसके साथ ही IMD ने पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सारण, अररिया और किशनगंज में येलो अलर्ट जारी किया है. 

 लगातार बारिश से मंडराया बाढ़ का खतरा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Patna: आपदा प्रबंधन विभाग (Disaster Management) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के कई जिले अभी भी बाढ़ (Bihar Flood) की विभीषिका झेल रहे हैं. इन सब के बीच मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department) ने बिहार की अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश का आसार जताते हुए, येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. 

मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, तेज बारिश की संभावना को देखते हुए हालात और बिगड़ सकते हैं. IMD ने बिहार के 8 जिलों में अगले 36 घंटों के लिए तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया है. मौसम विभाग की मानें तो गोपालगंज और सिवान में कुछ जगहों पर तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है. इसके साथ ही IMD ने पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सारण, अररिया और किशनगंज में येलो अलर्ट जारी किया है. 

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लगातार बारिश से मंडराया बाढ़ का खतरा
मौसम विभाग की मानें तो हवाओं के बदले रुख और वायुमंडलीय दाब में आई कमी के कारण बिहार में मानसून सक्रिय है. ऐसे में तेज बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने की संभावाना है, जिसके चलते कई इलाकों में बाढ़ से मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

नेपाल में हो रही बारिश का पड़ेगा असर
इधर, नेपाल में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण गंडक बराज के जलस्तर में काफी वृद्धि हो रही है. नेपाल की पहाड़ियों में भी भारी बारिश देखने को मिल रही है, जिससे बिहार की तलहटी में बाढ़ से हालात बिगड़ सकते हैं. सुबह 6 बजे 7 बजे और 8 बजे हर घंटे गंडक बराज से चार लाख चार हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है. 

वाल्मीकिनगर गंडक बराज से 9 बजे तीन लाख 88 हजार क्यूसेक पानी को डिस्चार्ज किया गया, तो 11 बजे भी गंडक बराज से 3 लाख 57 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया लेकिन बराज के जलस्तर में अभी भी कोई कमी नहीं आई है. गंडक बराज से पानी को डिस्चार्ज करने कारण नदी के जलस्तर में और बढ़ोतरी की संभावना बढ़ गई है. इस कारण नदी के निचले इलाके में बसे गांवों के लोगों के समक्ष समस्या बढ़ेगी. नदी के जलस्तर में उतार व चढ़ाव के कारण तटबंध में कटाव की संभावना भी बढ़ती जा रही है.

(इनपुट- नवजीत)

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