4 दिनों तक मज़दूर का नाबालिग पुत्र जब घर नहीं पहुंचा तो काफी खोजबीन के बाद मजदूर बेचन मांझी को जानकारी मिली की चिमनी मालिक अवधेश यादव ने उसके पुत्र को अगवा कर लिया है. यह भी पता चला कि नेमदारगंज गांव में वह उसके पुत्र को बंधक बनाकर मारपीट कर रहा है.
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पटनाः शेखपुरा में एक दबंग चिमनी मालिक की दबंगई का मामला सामने आया है. जहां दबंग चिमनी मालिक द्वारा बकाया राशि के बदले काम नहीं करने पर मजदूर के नाबालिग पुत्र को अगवा कर बंधक बनाकर बेरहमी से मारपीट किए जाने का आरोप लगाया गया है. मामला शेखपुरा जिले के बरबीघा थाना क्षेत्र के लालूनगर गांव का है. मजदूर बेचन मांझी के पुत्र को हथियावा ओपी थाना क्षेत्र के नेमदारगंज गांव निवासी चिमनी भट्ठा मालिक अवधेश यादव ने रास्ते से उठा लिया था. अवधेश ने उसे बंधक बना लिया था.
पुलिस ने भी सुनी शिकायत
4 दिनों तक मज़दूर का नाबालिग पुत्र जब घर नहीं पहुंचा तो काफी खोजबीन के बाद मजदूर बेचन मांझी को जानकारी मिली की चिमनी मालिक अवधेश यादव ने उसके पुत्र को अगवा कर लिया है. यह भी पता चला कि नेमदारगंज गांव में वह उसके पुत्र को बंधक बनाकर मारपीट कर रहा है. इसके बाद पीड़ित द्वारा चिमनी मालिक के पास पहुंचकर काफी आरजू बिनती किया, लेकिन दबंग चिमनी मालिक ने मजदूर की एक नहीं सुनी और उसके पुत्र को मारपीट कर जख्मी कर दिया. अपने पुत्र को बंधक बना देख और मारपीट के घटना के बाद बाद पीड़ित बेचन मांझी बरबीघा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराने पहुंचा. लेकिन थाना द्वारा दूसरे थाना क्षेत्र में घटना होने की बात कहकर मजदूर को वहां से भगा दिया. जिसके बाद पीड़ित द्वारा घटना की जानकारी पुलिस के वरीय अधिकारी और मीडिया का सहारा लिया.
मीडिया में मामला आने पर एसपी ने दिखाई गंभीरता
जिसके बाद एसपी ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया और एसपी के निर्देश पर बरबीघा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए बंधक मजदूर को दबंग चिमनी मालिक से मुक्त कराया. जबकि चिमनी मालिक अवधेश यादव को भी गिरफ्तार किया है. इस मामले में एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सूचना के बाद अगवा मजदूर को मुक्त करा लिया है .जबकि चिमनी मालिक पर अपहरण की प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया है.