Polluition in Patna: बिहार में प्रदूषण बना मुसीबत, पटना की हवा इतनी खराब कि सांस लेना हुआ मुश्किल
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1455296

Polluition in Patna: बिहार में प्रदूषण बना मुसीबत, पटना की हवा इतनी खराब कि सांस लेना हुआ मुश्किल

Polluition in Patna: बिहार में कई जगह तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 351 के पार है, वहीं डॉक्टरों की सलाह भी ऐसे खराब एयर क्वालिटी में सावधान रहने की है.

Polluition in Patna: बिहार में प्रदूषण बना मुसीबत, पटना की हवा इतनी खराब कि सांस लेना हुआ मुश्किल

पटनाः Polluition in Patna: राजधानी पटना समेत बिहार के कई शहरों में अब सांस लेना मुश्किल हो गया है. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स इतना खराब हो चुका है कि सांस लेने पर बीमार पड़ना निश्चित है. राजधानी पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार है जो बेहद खराब की श्रेणी में आता है, कई जगह तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 351 के पार है, वहीं डॉक्टरों की सलाह भी ऐसे खराब एयर क्वालिटी में सावधान रहने की है. हालांकि बात अगर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की करें तो वह बार-बार चेतावनी दे रहा है इसके बाद भी जिला प्रशासन की तरफ से जो ठोस कदम उठाने चाहिए वह नहीं उठाए जा रहे हैं. राजधानी पटना में अब डीजल ऑटो और बसों का परिचालन हो रहा है. इसके अलावा आम लोगों से लेकर निर्माण एजेंसियां तक निर्माण कार्य में कोताही कर रही हैं. बिना ढके निर्माण किया जा रहा है जिसकी वजह से राजधानी पटना की आबोहवा बेहद खराब हो रही है.

पटना की भी हालत खराब
बिहार में प्रदूषण मौसम बदलने के कारण उपजा है. मोतिहारी और बेतिया में ठंड व नमी बढ़ने के कारण वहां प्रदूषण ज्यादा रिकार्ड किया जा रहा है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष अशोक कुमार घोष का ऐसा मानना है. इसके अलावा राजधानी पटना में भी औसतन 300 से ज्यादा प्रदूषण रह रहा है.  आकंडे़ से साफ है कि राजधानी की भी हालत खराब है.  

ये रहा बुधवार का एक्यूआई
प्रदूषण को लेकर बिहार की स्थिति की बात करें तो बुधवार को बेतिया सबसे प्रदूषित शहर रहा. एयर क्वालिटी इंडेक्स 439 रिकार्ड किया गया और इसके साथ ही यह देश का सर्वाधिक प्रदूषित शहर बन गया. इसके बाद बुधवार को ही मोतिहारी में 406, सिवान में 397, छपरा में 311, बक्सर में 375, पटना में 301, दरभंगा में 368, सहरसा में 323, बेगूसराय में 375, पूर्णिया में 411, कटिहार में 336 एवं अररिया में 304 एक्यूआई रिकार्ड किया गया. प्रदूषण विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड और नमी बढ़ने के कारण इस तरह की परिस्थिति पैदा हुई है. 

 

 

Trending news