Prashant Kishor Hunger Strike: पटना से आ रही खबरों की मानें तो प्रशांत किशोर के अनशन के खिलाफ पुलिस और प्रशासन बलपूर्वक कार्रवाई कर सकता है. इसके पीछे पटना पुलिस और प्रशासन हाई कोर्ट के एक फैसले का हवाला दे रहा है.
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पटना से जो खबरें आ रही हैं, वो कुछ बड़ा होने का संकेत दे रही हैं. अब सवाल यह है कि क्या बड़ा हो सकता है. बिहार लोक सेवा आयोग ने तो बापू परीक्षा परिसर की रद्द हुई परीक्षा को 4 जनवरी को फिर से सफलतापूर्वक करा लिया है. इस परीक्षा को पटना के 22 केंद्रों पर आयोजित किया गया था. अब चूंकि रद्द हुई परीक्षा हो चुकी है और बिहार लोक सेवा आयोग ने पुनर्परीक्षा कराने से इनकार कर दिया है तो अब इस तरह की मांग को लेकर पटना में चल रहे अनशन का कोई मतलब भी नहीं रह जाता. पटना में इस समय 2 अनशन चल रहे हैं. पहला अनशन गर्दनीबाग में अभ्यर्थियों का चल रहा है तो दूसरा अनशन गांधी मैदान में प्रशांत किशोर का चल रहा है.
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प्रशासन का कहना है कि गर्दनीबाग में जो आंदोलन चल रहा है, उस पर कोई आपत्ति नहीं है लेकिन पटना के गांधी मैदान में प्रशांत किशोर के अनशन पर आपत्ति है. इसके पीछे प्रशासन पटना हाई कोर्ट के एक फैसले का हवाला दे रहा है, जिसमें राजधानी में अनशन और आंदोलन करने के लिए गर्दनीबाग की जगह निर्धारित की गई है. पटना हाई कोर्ट ने गांधी मैदान को किसी भी अनशन के लिए निषिद्ध जगह तय किया हुआ है.
अब माना जा रहा है कि प्रशासन हाई कोर्ट के इसी फैसले के बहाने गांधी मैदान में चल रहे प्रशांत किशोर के अनशन को बलपूर्वक या तो खत्म करवा सकता है या फिर उन्हें कहीं और शिफ्ट कर सकता है. सूत्र तो यहां तक कह रहे हैं कि प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी भी हो सकती है. उन पर पिछले दिनों कई तरह के मुकदमे दर्ज किए गए थे.
अगर प्रशांत किशोर की गिरफ्तारी होती है तो यह पटना में रविवार को छुट्टी के दिन हाई वोल्टेज ड्रामा से कम नहीं होगा. अगर ऐसा होता है तो दिन भर राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय या फिर लोकल मीडिया के कैमरे गांधी मैदान और प्रशांत किशोर पर फोकस रहेंगे. माना जा रहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से रद्द हुई परीक्षा कराने के बाद इस तरह के अनशन या फिर आंदोलन का कोई औचित्य नहीं रह जाता है.
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खबर है कि अब अभ्यर्थी पटना हाई कोर्ट की शरण लेने के मूड में हैं. अभ्यर्थियों का कहना है कि 7 तारीख को हाई कोर्ट में याचिका दायर की जाएगी. इसके साथ ही आंदोलन भी जारी रहेगा. 4 जनवरी को हुई पुनर्परीक्षा के लिए पटना सदर अनुमंडल में 15, दानापुर अनुमंडल में 03 और पटना सिटी अनुमंडल में 04 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे.