Remdesivir इंजेक्शन कोरोना की नहीं है कोई प्रामाणिक दवा: IMA
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Remdesivir इंजेक्शन कोरोना की नहीं है कोई प्रामाणिक दवा: IMA

Coronavirus News: IMA ने रेमडेसिविर को कोरोना की कोई वैज्ञानिक तौर पर प्रामाणिक दवा मानने से इनकार किया है और साथ ही कहा है कि इस वैक्सीन के लिए दौड़-भाग मचाना उचित नहीं है.

 

 

IMA ने कहा कि Remdesivir इंजेक्शन कोरोना की कोई प्रामाणिक दवा नहीं है (फाइल फोटो)

Patna: बिहार में बढ़ रहे कोरोना के मामले को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रदेश के लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस संक्रमण के गंभीर मरीजों के लिए भी रेमडेसिविर (Remdesivir) दवा का इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर ही करें. साथ ही आईएमए ने लोगों से यह भी अपील की है कि रेमडेसिविर को लेकर भागदौड़ मचाना उचित नहीं है. इसके पीछे आईएमए का तर्क है कि रेमडेसिविर कोरोना की कोई वैज्ञानिक तौर पर प्रामाणिक दवा नहीं है.

रेमडेसिविर के लिए परेशान नहीं हों
इसके साथ ही आइएमए ने बिहार के लोगों से अपील करते हुए कहा है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन उप्लब्ध नहीं होने पर भी परेशान नहीं होना है. एसोसिएशन का मानना है कि रेमडेसिविर का इस्तेमाल कुछ रोगियों में बीमारी की गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर अपने विवेक के आधार पर करते हैं. 

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कोर्टिकोस्टेरॉयड इंजेक्शन से कोरोना को दी जा सकती है मात
IMA का मानना है कि कोर्टिकोस्टेरॉयड इंजेक्शन के इस्तेमाल से भी कोरोना को हराया जा सकता है. दरअसल, कोर्टिकोस्टेरॉयड एक तरह का हार्मोन है जो शरीर के अंदर पाया जाता है और यह हार्मोन कई बीमारी से लड़ने में मददगार साबित होता है. 

भाप-योग करें
एसोसिएशन के सदस्यों का मानना है कि कोरोना होने के 5 दिन बाद मरीजों को यह इंजेक्शन दिया जा सकता है. यह मरीज के शरीर में कोरोना वायरस की शक्ति को कम करने में मददगार होता है. इसके अलावा, एसोसिएशन ने इम्यूनिटी बढ़ाने वाले पौष्टिक भोजन करने व भाप लेने की सलाह भी लोगों को दी है. यही नहीं, सांस संबंधी व्यायाम करने से भी कोरोना का असर कम होता है. 

डॉक्टर की सलाह पर भी भर्ती हों
आईएमए के अनुसार, ज्यादातर लोगों कोरोना संक्रमण या साधारण लक्षण होते हैं, जिनका इलाज डॉक्टरों द्वारा बताई दवा के जरिए होम आइसोलेशन में रहकर भी किया जा सकता है. यही नहीं, एसोसिएशन ने लोगों को डॉक्टर की सलाह पर ही अस्पताल में भर्ती होने के लिए कहा है. 

वैक्सीन लेना जरूरी
एक्सपर्ट्स का मानना है कि बहुत कम कोरोना मरीज को ऑक्सीजन या अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है. ऐसे में कोरोना पॉजिटिव आने पर भी मरीज घर में रहकर स्वस्थ हो सकते हैं. आम लोग सही से मास्क, हाथ धोना, दो गज दूरी और वैक्सीनेशन से कोरोना पर काबू पा सकते हैं. आइएमए ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना संक्रमण के सभी टीके प्रभावी हैं, ऐसे में स्वयं टीका लें और दूसरों को भी टीका लेने के लिए प्रेरित करें. 

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अफवाहों से बचें
IMA ने साफ किया है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सबसे अधिक जरूरी इस बात की है कि इसके संबंध में सोशल मीडिया व लोगों द्वारा जो अफवाह फैलाए जा रहे हैं, उसे रोका जाए. इसके लिए आम लोगों से अपील करते हुए आईएमए ने कहा कि सही तथ्यों को ही आम लोग प्रचारित करें और अफवाहों को फैलने से रोकें. यदि आप ऐसा करते हैं को इससे दिन रात लोगों की जिंदगी बचाने की कोशिश कर रहे डॉक्टरों व इस बीमारी से लड़ रहे केंद्र व राज्य की सरकारों को भी मदद मिलेगी.

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